पिथौरागढ़: जौहार सांस्कृतिक संगठन ने आज पिथौरागढ़ राजकीय संग्राहलय में अपना तीसरा जौहार वार्षिकोत्सव बड़ी ही धूमधाम से मनाया। इस मौके पर जौहार संस्कृति को फिर से जीवंत करने की कोशिश की गयी। कार्यक्रम में सभी जौहारवासी अपनी पारम्परिक वेशभूषा और आभूषणों में नजर आये। कार्यक्रम में मुनस्यारी की जौहार घाटी के लोगों के साथ ही कई लोगों ने शिरकत की। इस मौके पर लोगों ने जौहार संस्कृति का जमकर लुत्फ उठाया और जौहार की लोक विरासत को संजोए रखने का संकल्प लिया।
सर्दियों में माईग्रेशन करके निचले इलाकों में आने के बाद जौहारवासी इस महोत्सव का आयोजन करते है। पिछले तीन सालों से पिथौरागढ़ में जौहार सांस्कृतिक संगठन द्वारा इस महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। सभी जौहारवासियों को इस आयोजन का साल भर इंतजार रहता है। जौहार सांस्कृतिक संगठन के अध्यक्ष डा0 ब्रिज मोहन टोलिया बताते है कि जौहार महोत्सव का उद्देश्य देश भर में फैले जौहारवासियों को आपस में एकजुट रखना है। संगठन के सचिव बहादुर सिंह बताते है कि जौहार संस्कृति धीरे-धीरे विलुप्ति की कगार पर है जिसे फिर से संजोए रखने के लिए इस महोत्सव का आयोजन हर साल किया जाता है।