पिथौरागढ़: बता दे कि उच्चीकृत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कनालीछीना में कुल 12 कर्मचारी तैनात थे जिसमें से डाक्टर, स्टाफ नर्स, डाटा इंट्री आपरेटर, स्वच्छक, व महिला चिकिस्ता अधिकारी तैनात है। जिनका वेतन कनालीछीना के नाम से दिया जा रहा है, जो कि अपनी सेवा वहाँ दे ही नही रहे हैं, जिस कारण सीमांत क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह चरमरा गयी। कनालीछीना तहसील के स्वास्थ्य केन्द्र का लाभ लेने वृहद संख्या में दूर दूर के लोग आते है पर स्वास्थ्य केन्द्र में चिकत्सको की कमी व तमाम व्यवस्थाओं के अभाव में उन्हें निराश लौटना पडता है।
वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में सभी लोग आवश्यकीय कोविड-19 की ड्यूटी में जनपद मुख्यालय में कार्य कर रहे हैं। ज्ञापन के प्रतिउत्तर में सीएमओ पिथौरागढ डा०पंत द्वारा अवगत कराया गया कि कनालीछीना के प्रतिनिधिमण्डल की समस्या के मध्यनजर उपरोक्त 12 कर्मचारियों में से कुछ कार्मिकों को जल्द वापस भेजने की कार्यवाही की जायेगी।
वही पूर्व पंचायत अध्यक्ष किशन भंडारी ने कहा कि वे मुख्य चिकित्सा अधिकारी के दिये गये आश्वासन का सम्मान करते है। अगर शीघ्र से कार्मिकों की तैनाती नहीं कार्यवाही तो वह र्यकर्ताओं के साथ धरना प्रदर्शन के लिए भी बाध्य होंगे।