रुद्रप्रयाग: धार्मिक पर्यटन के साथ ही रुद्रप्रयाग जनपद को अब साहसिंक पर्यटन से भी जोडने की कवायद शुरु हो गयी है। टिहरी झील की तर्ज पर जिले की पपडासू झील में अब पर्यटन वाटर स्पोर्ट्स से जुड़े खेलों का भी लुफ्त ले सकेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन व पर्यटन विभाग ने कार्ययोजना तय कर दी है, जिससे चार धाम आने वाले तीर्थयात्री पर्यटक जल क्रीडाओं का भी लुफ्त उठा सकेंगे।
श्रीनगर स्थित डैम के चलते रुद्रप्रयाग जिले की सीमा से सटे पपडासू क्षेत्र में करीब ढेड से दो किमी लम्बी झील तैयार हो गयी है। जहां पर कई रेत के बीच भी स्वत बनकर तैयार हो गये हैं, चारधाम यात्रा मार्ग पर होने के कारण यहां पर काफी संख्या में पर्यटक रुक भी रहे हैं। पर्यटकों के जरिये स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार देने के मकसद से पर्यटन विभाग अब यहां खेल गतिविधियां भी शुरु करने जा रहा है। पर्यटन विभाग की कार्ययोजना को जिलाधिकारी अब मूर्त रुप देने का काम कर रहे हैं।
पपडासू झील को लेकर क्या है प्रशासन की कार्ययोजना का ब्यौरा देते हुए जिलाधिकारी मंगेश धिल्डियाल ने कहा कि फरवरी माह से पपडासू में वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियां संचालित होनी हैं ऐसे में इस खूबसूरत बीच को देखने के लिए पर्यटक भी रुकने लग गये हैं। वहीँ पर्यटकों का कहना है कि पहाडों में बीचों का दिखना अपने आप में आश्चर्यजनक है ऐसे में यहां वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियां बडती हैं तो यहां पर्यटकों की अच्छी तादाद पहुंचेगी। फरवरी माह को वाटर स्पोर्ट्स महीना घोषित कर दिया गया है। ऐसे में यहां होने वाली गतिविधियों का स्वयं जिलाधिकारी व अन्य अधिकारियों ने भी जायजा लिया। पपडासू झील को रोजगार से जोडने के लिए प्रशासन की यह कार्ययोजना कितनी सार्थक होती है यह तो आने वाली चार फरवरी को पता लगेगा मगर यह तो तय है कि इस कार्ययोजना के चलते बेरोजगारों को रोजगार तो मिलेगा ही साथ ही सरकार को भी राजस्व की प्राप्ति होगी।