उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के काठी खेड़ा गांव की रहने वाली युवती स्नेहा की जिंदगी पर बनी शॉर्ट फिल्म ‘पीरियड एंड ऑफ सेंटेंस’ को ऑस्कर पुरस्कार से नवाजा गया है। इस फिल्म को ऑस्कर की शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री कैटेगरी में दुनियाभर की नौ और शॉर्ट डॉक्यूमेंट्रीज के साथ नॉमिनेट किया गया था। बता दें ऑस्कर्स अवॉर्ड फिल्मी दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड माने जाते हैं। इस साल यह अवॉर्ड अमेरिका के लॉस एंजिलिस में संपन्न हुए थे। इस फिल्म को अमेरिकी-ईरानी फिल्म डायरेक्टर रयाक्ता ने डायरेक्ट किया था। फिल्म की प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा है। अवॉर्ड के साथ अब ऑस्कर विजेता सुमन और स्नेहा भारत लौट आई हैं।
मीडिया से बातचीत के दौरान स्नेहा ने बताया कि भारत आकर वो बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा कि जो मैंने किया है वो दुनिया की कोई भी औरत कर सकती है। हापुड़ पहुंचने पर स्नेहा और सुमन का 21 जगह स्वागत किया जाएगा। जो डासना से शुरू होगा और गांव काठीखेड़ा तक जारी रहेगा।
यह फिल्म हापुड़ जिले काठीखेड़ा गांव की एक लड़की पर बनाई गई है। फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह वह लड़की अपनी सहेलियों के संग मिलकर अपने ही गांव में सेनेटरी पैड की फैक्ट्री लगाती है। ये पैड गांव की महिलाओं के साथ-साथ देश में नारी सशक्तिकरण के लिए काम कर रही संस्था एक्शन इंडिया को भी सप्लाई किया जाता है। इसमें एक सीन में दिखाया गया है, जिसमें जब एक लड़की से पीरियड के बारे में पूछा गया तो वह कहती है कि मैं जानती हूं पर बताने में मुझे शर्म आती है। यही नहीं फिल्म समाज में जागरूकता की कमी को भी दर्शाती है। यही बात जब स्कूल के लड़कों से पूछी गई तो उन्होंने जवाब दिया कि स्कूल में जो घंटी बजती है, उसे पीरियड कहते है।
Delhi: Suman (pic 1) & Sneha (pic 2), who appeared in the short film 'Period. End of Sentence' that won #Oscars2019 for 'Best Documentary Short Subject', arrive in Delhi. Sneha says, "I am very happy. I just want to say that if I can do it, then any girl in the world can do it." pic.twitter.com/r9ZSXk2FMv
— ANI (@ANI) March 2, 2019