देहरादून: देहरादून स्थित एक निजी होटल में मुख्यमंत्री त्रिवेंन्द्र रावत पहंचे। मौका था दून विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह को लेकर कर प्रेस कांफ्रेंस का। आगामी 30 नवम्बर को दून यूनिवर्सिटी का पहला दीक्षांत समारोह होने जा रहा है है। मुख्यमंत्री के साथ – साथ प्रेस कांफ्रेंस में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री धन सिंह रावत भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि प्रीतम भरतवाण को उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा सम्मानित किया जायेगा। ये सम्मान उन्हें उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में दिया जायेगा। इसके अलावा उन्होंने बताया कि 27 को मुक्त विश्वविद्यालय, 28 को कुमाऊं विश्वविद्यालय और 30 को दून विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह का आयोजन किया जायेगा।
कुमाऊँ विश्ववुद्यालय द्वारा फ़िल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी सम्मानित किया जायेगा।
मीडिया से मुख़ातिब होते हुए मुख्यमंत्री ने उच्च शिक्षा विभाग की उपलब्धियों को लेकर बधाई भी दी। और यह भी जानकारी दी की दून विश्वविद्यायल द्वरा कई दिग्गज विभूतियों को डॉक्टर कि मानद उपाधि से सम्मनित किया जायेगा। जिसमे से इस बार मुरली मनोहर जोशी और नरेंद्र नेगी (गायक) को ये मानद उपाधिया दी जाएंगी।
इसके अलावा राम मंदिर को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या राम जन्म भूमि है।जब सभी लोग यह चाहते है कि अयोध्या में राम मंदिर बने तो मै सब से अलग कैसे बोल सकता हूं। और हमारा संत समाज भी यही चाहता है कि उस अयोध्या की भूमि में राम मंदिर बने।
देहरादून स्थित जॉली ग्रैंड एयरपोर्ट का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की नाम पर रखे जाने पर जब मुख्यमंत्री से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि शंकराचार्य के नाम पर जॉली ग्रांट हवाई अड्डे का नाम नहीं रखा गया था। हवाई अड्डे का नाम शंकराचार्य के नाम पर रखे जाने का सिर्फ प्रस्ताव आया था। वो खारिज हो गया था। जिसके बाद राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजा गया है जिसमे जॉली ग्रांट हवाई अड्डे का नाम पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल विहारी वाजपेय के नाम पर रखने की बात कही गयी है। बाकी फैसला केंद्र पर निर्भर करता है।