देहरादून: केदारनाथ धाम के लिए यात्रा शुरू होने के बाद हेली सेवाएं उपलब्ध ना होने के चलते यात्रियों में काफी मायूसी छाई थी, लेकिन आज से हेली सेवा शुरू होने के बाद यात्रियों को थोड़ी राहत मिली ही थी कि, एक नई परेशानी उनके सामने आने लगी। सबसे हैरान करने वाली बात है कि, हेली टिकटों का ब्लैक किया जाना। अभी यात्रा के लिए पहली ही उड़ाने शुरू हुई थी कि, पहले ही दिन से ब्लैक टिकटिंग होने लगी है। जबकि, पिछले साल ब्लैक टिकटिंग का मामला हाईकोर्ट तक पहुँच गया था, जिसके बाद ब्लैक टिकटिंग को रोकने के लिए सरकार ने सख्त कदम उठाने का दावा किया। लेकिन इस बार भी उड़ान के पहले ही दिन जिस तरह ब्लैक टिकटिंग शुरू हो गई है, इससे साफ़ हो गया कि, ब्लैक टिकटिंग से इस बार भी यात्रियों को राहत नहीं मिलने वाली है।
दरअसल धाम में दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों की तुलना में हेली उड़ाने काफी कम है, जिससे कई यात्रियों को हवाई सेवा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में इन यात्रियों की इस परेशानी को कुछ लोग अपने लाभ के रूप में देख रहे हैं और ब्लैक टिकटिंग कर रहे हैं। कम हेलीकॉप्टरों के चलते यात्री भी शासन द्वारा तय की गई दर से अधिक दामों पर हेली टिकट खरीदने को मजबूर हैं।
वहीँ हैलो उत्तराखंड न्यूज़ टीम की पड़ताल में भी ब्लैक टिकटिंग का खेल सही साबित हुआ। जब हमारे प्रतिनिधि ने एक यात्री के रूप में टिकट बुक करने लिए संपर्क किया तो, हेली की सीमित सीटों का हवाला देते हुए फाटा और सिरसी से केदारनाथ के लिए करीब सात हजार से साढ़े सात हजार तक का किराया बताया गया। जबकि, शासन ने फाटा से 4,798 और सिरसी से 4,940 रूपये का किराया निर्धारित किया है।
ऐसे में अब देखना होगा कि, ब्लैक टिकटिंग की समस्या से निपटने के लिए सकरार क्या कदम उठाती है। जिससे यात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर भी आसानी से उपलब्ध हो पाएं और उन्हें तय दामों से अधिक दरों पर भी टिकट खरीदने को मजबूर ना होना पड़े।