देहरादून: पौड़ी पल्ली कफोलस्यूं गांव में जिंदा जलाई गई छात्रा सफदरगंज अस्पताल में जिंदगी की जंग हार गई। अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही 18 वर्षीय छात्रा ने सात दिनों के बाद दम तोड़ दिया है।
बता दें कि रविवार 16 दिसंबर को केंद्रीय विश्वविद्यालय के पौड़ी परिसर के द्वितीय वर्ष की छात्रा देर शाम कॉलेज से प्रेक्टिकल देकर घर लौट रही थी। इसी दौरान आरोपी मनोज उसे जंगल की तरफ ले गया और छेड़खानी करने लगा। लड़की ने जब इसका विरोध किया तो उसके ऊपर पेट्रोल डालकर जलाने की कोशिश की। इसमें लड़की 70 प्रतिशत जल गई थी।
छात्रा को पहले इलाज के लिये जिला चिकित्सालय पौड़ी में भर्ती कराया गया। फिर गंभीर हालत को देखते हुये उसे श्रीनगर हाई सेंटर रेफर किया गया। इसके बाद उसे ऋषिकेश एम्स लाया गया और फिर बुधवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के आदेश के बाद पीड़िता को दिल्ली सफदरगंज भेजा दिया। लेकिन 70 प्रतिशत जलने की वजह से लड़की की जान नहीं बच पाई।