देहरादून: उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने कहा है कि, किसी भी पत्रकार के संबंध में अगर किसी भी थाने चौकी में कोई शिकायत आती है या कोई तहरीर आती है तो उन पर सीधे मुकदमे दर्ज नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि पत्रकारों के खिलाफ आने वाली शिकायत पर पहले मामले की जांच-पड़ताल की जाएगी और गंभीरतापूर्वक निष्कर्ष निकालने के बाद ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस महानिदेशक ने आश्वासन शुक्रवार को उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय में उत्तराखंड पत्रकार यूनियन के बैनर तले ज्ञापन देने गए पत्रकारों को दिया। उत्तराखंड पत्रकार यूनियन के बैनर में गत 12 जून को उत्तर प्रदेश के शामली रेलवे स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक्स चैनल के पत्रकार अमित शर्मा पर जीआरपी इंस्पेक्टर व सिपाहियो द्वारा की गई मारपीट और न्यूज़ 18 के पत्रकार राजीव तिवारी के साथ दिल्ली में विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन द्वारा की गई अभद्रता, गाली गलौज, जान से मारने की धमकी देना और पिस्टल दिखाने के मामले में पत्रकारों ने पुलिस महानिदेशक को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में मांग की गई कि उक्त मामलों में जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए आप अपने स्तर से उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार को पत्रकार संघ का ज्ञापन प्रेपित कर दे। पुलिस महानिदेशक ने आश्वासन दिया कि वह इस मामले में हर संभव मदद के लिए तैयार हैं। उत्तराखंड पत्रकार यूनियन ने जो ज्ञापन पुलिस महानिदेशक को दिया है उसमें पत्रकार सुरक्षा संबंधी कानून बनाने की भी मांग की गई है, ज्ञापन में कहा गया है कि समाचार संकलन के दौरान पत्रकारों के साथ अभद्रता गाली-गलौज के मामले सामने आते रहते हैं। ऐसे में कई बार पत्रकारों को जान से मारने की धमकी भी दी जाती है जिसमें उनके साथ ही परिजनों को भी जानमाल का खतरा होता है ज्ञापन में कहा गया है कि पुलिस महानिदेशक अपने स्तर से इस मामले में पैरवी कर जल्द-से-जल्द पत्रकार सुरक्षा कानून को अमल में लाएं। इसके अलावा ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि भविष्य में शामली और दिल्ली जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। पुलिस महानिदेशक ने पत्रकारों को आश्वासन दिया है कि वह इस मामले में निश्चित रूप से सकारात्मक कार्यवाही करेंगे और जो भी संभव होगा वह किया जाएगा।
इससे पूर्व उत्तरांचल प्रेस क्लब प्रांगण में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने शामली और दिल्ली की घटनाओं की घोर निंदा की और दोषियों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की वक्ताओं ने कहा कि अगर जल्द ही उक्त मामलों में जो आरोपी हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो पत्रकार संघ को मजबूरन आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।