देहरादून: शनिवार को निखिल यादव पुत्र जयप्रकाश यादव निवासी 173 बन्दरवाली गली लक्खीबाग, देहरादून ने चौकी लक्खीबाग पर लिखित सूचना दी कि, आज सुबह वह अपने काम पर धामावाला बाजार गया था, कि 2:30 बजे करीब उसका भाई जो कि दिव्यांग है, के द्वारा वीडियो कॉल किया, उससे मैसेज के लिए कहा तो उसने मैसेज द्वारा लिखकर बताया कि किसी ने मम्मी प्रेमलता की हत्या कर दी है। इस सूचना पर चौकी लक्खीबाग पर अन्तर्गत धारा 302 आईपीसी बनाम अज्ञात में अभियोग पंजीकृत कर इस प्रकार दिन दहाड़े किसी महिला की हत्या के संबंध में उच्चाधिकारीगणो को अवगत कराया गया एवं पुलिस मौके पर पहुंची तथा घटना स्थल का निरीक्षण किया। जहाँ पर एक कमरे में फर्स पर महिला की गला रेत कर हत्या की गयी थी, फर्श पर खून इकट्ठा था, साइंटिफिक एविडेंस कलेक्शन हेतु एफएसएल टीम को बुलाया गया, एवम एसओजी टीम को भी मौके पर बुलाया गया। इस प्रकार दिन दहाड़े घर मे किसी महिला की गला रेतकर हत्या करना जघन्य अपराध की संवेदनशीलता के मध्यनजर द्वारा टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा, घटना स्थल के आस-पास के लोगो से जानकारी की गई तो ज्ञात हुआ कि आज दिन में समय करीब 1:30 से 2:00 बजे के बीच उनके घर कोई बाहरी व्यक्ति नही आया तथा इसी बीच कुछ शोर शराबे की आवाजें इनके घर से आ रही थी, जो कि अक्सर इनके घर से आती रहती है। मृतिका के घर मे अभी मृतिका के पति जयप्रकाश तथा दो बेटे रहते हैं, एक बेटा दिव्यांग है जो सुन व बोल नही सकता है, उससे भी पूछताछ की गई तो उसके द्वारा भी इशारे में बताया कि आज कोई व्यक्ति बाहर का घर नही आया है, जिस पर मृतिका के पति जयप्रकाश पर शक होने पर उसके शरीर का निरीक्षण किया तो उसके दाहिने हाथ की उंगली धारदार हत्यार से कटी थी, जिसमे खून बह रहा था तथा सीने तथा मुह पर भी हल्की खरोचों के निशान बने थे, जिनके बारे में पूछने पर कोई संतोषजनक उत्तर न देकर बहाने बनाने लगा, जिस पर गहरा शक होने पर पूछताछ की गई तो इसने बताया कि वह दिन में 1.00 बजे अपने काम पर चला गया था, जबकि घर से आने जाने बाली गली में लगे सीसीटीवी कैमरे में घर से यह 2.08 मिनट पर जाना पाया गया। इस प्रकार इससे शख्ती से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि करीब 1.30 बजे के आस पास उसने अपनी पत्नी का घर की किचेन में रखे चाकू से गला रेत कर हत्या कर दी। उस समय घर मे केवल एक बेटा दिव्यांग ही मौजूद था और उसके बाद चाकू को किचन में ही रखकर कपड़े बदलकर अपने काम पर चला गया था।
अभियुक्त की निशादेही पर चाकू व अन्य खून में सने कपड़े आदि बरामद किए गए, fsl टीम द्वारा आवश्यक साक्ष्य एकत्रित किये गए, शव का पंचनामा कर शव को मोर्चरी में रखा गया। अभियुक्त के इकबाल जुर्म व मर्डर वेपन चाकू इत्यादि की बरामदगी के आधार पर मौके पर ही गिरफ्तार किया गया, जिसको न्यायालय पेश किया जाएगा।
गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान जयप्रकाश यादव पुत्र स्वर्गीय रामनिहोरा यादव निवासी 172 बन्दरवाली गली, लक्खीबाग, देहरादून उम्र 42 वर्ष के रूप में हुई।
पूछताछ का विवरण
अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया कि वह मूल रूप से मुरादाबाद का रहने वाला है, करीब 22 वर्ष पहले प्रेमलता उर्फ मंजू से इसकी दूसरी शादी हुई थी, पहली पत्नी को इसने छोड़ दिया है, वह दिव्यांग थी, प्रेमलता से इसको दो बेटे थे, यह खुद रेलवे स्टेसन पर अंडे की थैली लगता हैं, करीब 15 सालो से देहरादून में रह रहा है, अपना मकान है, मृतिका प्रेमलता सिलाई बुनाई का काम करती थी, करीब 10 वर्ष पहले से यह पैसों का व्याज पर लेन देन करने लगी, उस पर काफी लोगो का कर्ज हो जाने पर जब लोग रोज़ घर आने लगे मजबूरी में घर का नीचे का एक कमरा बेचकर कर्ज निबटाया। किन्तु यह फिर भी नही मानी और फिर व्याज का काम करने लगी, काफी मना करने के बाद भी यह सुनने को तयार नही थी, तो करीब 2 साल यह अलग एक कमरे में रहने लगी, तथा अपना खाना भी अलग बनाने लगी थी, बच्चो को भी मुझे ही खाना बनाकर खिलाना पड़ रहा था, अब फिर के लोगो का लाखो का कर्ज इस पर हो गया था, लोग कर्ज़ मांगने घर आने लगे थे, मैं बहुत परेशान होने लगा था, लगता था कि इसका कर्ज़ फिर घर बेच कर देना पड़ेगा, और यह इस पैसे का किया करती थी कुछ नही बताती थी, लोगो से कर्ज लेकर पैसा कहा लगाया कुछ पता नही था । यह मान भी नही रही थी, अब एक ही रास्ता राह गया था कि इसको खत्म कर दु। आज अच्छा मौका मिला घर पर कोई नही था दिव्यांग बेटा अपने कंप्यूटर पर दूसरे कमरे में काम कर रहा था, इसी का फायदा उठाकर किचिन से चाकू लेकर उसका गला काट दिया, और चाकू को बाथरूम में धोकर किचिन में रख दिया, तथा इसकी अलमीरा से सभी इसके कर्ज संबंधी कागजात निकालकर इसके पास फेक दिए जिससे ऐसा लगे कि कोई कर्जदार कर्ज़ लेने आया होगा और उसी ने उसको मार दिया होगा । उसके बाद कपड़े बदलकर अपने काम पर चल गया। उस औरत ने मुझे बहुत परेशान कर दिया था, और कोई चारा नही था तो मैंने उसको मार दिया।