देहरादून: कुछ दिन पहले केदारनाथ हैली सेवा में हो रहे झोल को लेकर कुछ बातें अवगत कराई गई थी, आपको बता दें की युकाडा पर पिछले साल एक ऐसी कंपनी को टेंडर आवंटन करने का आरोप है जो टेंडर की शर्तों को पूरा नहीं करती थी। अब ओपरेटर द्वारा युकाडा को एक ऐसा फर्जी घोषणा पत्र दिया गया जिसमें उस कंपनी ने अपने उड्डयन परमिट पर दो (BELL) 412 और एक (BELL) 407 हेलीकॉप्टरों की घोषणा की है और इस घोषणा पत्र पर कंपनी ने खुद लिखा है कि उनको 2019 में फाटा केदरनाथ शटल कॉन्ट्रैक्ट मिला था। युकाडा ने पिछले साल इस कंपनी को टेंडर आवंटित किया था। जबकि इस कंपनी के उड्डयन परमिट पर सिर्फ दो (BELL) 412 पृष्ठांकित है।
जिस (BELL) 407 हैलीकॉप्टर की इस कंपनी ने घोषणा पत्र में घोषणा की है और जो पिछले साल केदारनाथ हैलिसर्विसेस के लिए इस कंपनी के द्वारा उड़ाया गया था, वह हैलीकॉप्टर इस कंपनी का था ही नही। वह हैलीकॉप्टर किंग रोटर कंपनी का है।
दरअसल जो हैलीकॉप्टर(BELL) 407 केदारनाथ में पिछले साल फर्जी तरीके से उड़ाया गया था वह एक दूसरी कम्पनी का हैलीकॉप्टर था जिसने केदारनाथ हैली सर्विस टेंडर में प्रतिभाग ही नही किया था, इसके बावजूद भी युकाडा की टैक्निकल कमिटी ने इस कंपनी की बिड को पास करके टेंडर आवंटन कर दिया। जिससे साफतौर पर यूकाडा व ऑपरेटर का एक बड़ा झोल नज़र आ रहा है। आपको बता दें कि DGCA एयर सेफ्टी सर्कुलर में साफ-साफ़ लिखा है कि ऑपरेटर वही हेलीकॉप्टर का उपयोग कर सकता है जो उसकी उड्डयन परमिट पर पृष्ठांकित होगा।
इसी मुद्दे को लेकर जब हैलो उत्तराखंड न्यूज़ ने युकाडा की सीईओ सोनिका से इस बारे में जानकारी लेनी चाही तो उनका कहना था कि हालही में उन्होंने युकाडा का पदभार संभाला है और साथ ही वह अभी सेहर से बहार हैं। वापस आने पर इस मामले का संज्ञान लिया जाएगा।
घोषणा पत्र