देहरादून: इन दिनों देहरादून में कोर्ट के निर्देश पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई चल रही है। इस अभियान पर पहले दिन से ही सवाल खड़े हो रहे हैं। आरोप लगाये जा रहे हैं कि सरकार अपनों को छोड़ रही है और आम लोगों पर कार्रवाई की जा रही है। ऐसा ही एक माला मुख्यमंत्री के खास सुनील उनियाल गामा का भी है। घंटाघर के पास ही उनकी दो दुकानें हैं, जिसको चिन्हित भी किया जा चुका है। बावजूद इसके अतिक्रमण नहीं हटाया गया। इसको लेकर फिर से सवाल खड़े हो रहे हैं।
सुनील उनियाल गामा की दुकानों पर लाल निशान लगने के बावजूद उनको नहीं हटाने के को लेकर प्रशासन की कार्रवाई सवालों के घेरे में है। सुनियाल उनियाल गामा की मानें तो उनकी दुकानें गैरकानूनी ढंग से नहीं बनी हैं। उन्होंने कोई अतिक्रमण नहीं किया है। पहले भी दुकनों को नगर निगम एक बार शिफ्ट करा चुका है। उनका कहना है कि उनको कोई आपत्ति नहीं है और ना किसी पर दबाव बना रहे हैं।
इधर, प्रशासन भी कह रहा है कि अतिक्रमण हटाया जाएगा, लेकिन सवाल यह है कि सबकुछ होने के बावजूद अतिक्रमण हटाने गई टीम वहां से वापस क्यों लौट आई। दुकान से सामान हटाने के लिए दो दिन का समय दिया गया था, लेकिन अब एक सप्ताह हो चुका है। इससे एक बात तो साफ है कि प्रशासन चाहे कितना ही इंकार करे, लेकिन उन पर दबाव बनाया जा रहा है। एसडीएम प्रत्यूष सिंह की मानें तो अभी उस क्षेत्र में अभियान चलाया जाना है। किसी को छोड़ा नहीं जा रहा है। कुछ जगहों पर तकनीति दिक्कतें हैं। उनको देखा जा रहा है। जल्द अवैध अतिक्रमण हटा दिया जाएगा।