बागेश्वर: जिले में निजी स्कूलों ने इस सत्र से एनसीईआरटी किताबों को लागू करने के सरकार के फरमान पर हामी भर दी है लेकिन, एक्स्ट्रा एक्टीविटी के नाम पर इसका भी संचालकों ने तोड़ निकाल लिया है। ऐसा ही मामला बागेश्वर के स्कूलों में देखने को मिल रहा है, जहाँ रिजल्ट घोषित होते ही स्कूल संचालक अब बच्चों को उनके नये पाठ्यक्रम के मुताबिक एनसीईआरटी की किताबों की लिस्ट तो पकड़ा रहे हैं, साथ ही एक्स्ट्रा एक्टीविटी की किताबों के नाम पर निजी पब्लिशर्स की किताबों को भी खरीदने का दबाव डाल रहे हैं।
जिले में दो दर्जन से अधिक विद्यालय हैं, जिनमें प्ले ग्रुप से लेकर इंटरमीडिएट तक की कक्षाओं की पढ़ाई होती है। ऐसे में आज के दिन से ही अभिभावकों पर किताबों को खरीदने का दबाव बढ़ गया है। राहत की बात ये है कि अभिभावकों को निजी पब्लिशर्स की भारी भरकम कीमत वाली किताबों से तो राहत मिली है लेकिन, दबाव अभी भी कायम है। स्कूल संचालकों ने एक्स्ट्रा एक्टीविटी बुक के नाम पर एक ही कक्षा में दो से तीन हजार रूपये तक की किताबें लागू कर दी हैं।