रूद्रप्रयाग: चाहे गर्मी हो या बरसात, रुद्रप्रयाग में पेयजल सकंट थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां एक ओर गर्मी बढ़ते ही पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है तो वहीं दूसरी ओर बरसात में दूषित पेयजल से भी जनता परेशान है। रूद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनी में नलों से गन्दा पानी बह रहा है साथ ही रतूड़ा व तल्ला नागपुर क्षेत्र की जनता पानी के लिए तरस रही है।
दरअसल, अगस्त्यमुनी क्षेत्र में पेयजल किल्लत को दूर करने के लिए अलग से पेयजल योजना तैयार की गई थी लेकिन उचित रखरखाव के अभाव में करोड़ों की योजना दो बूंद पानी तक नहीं उगल पा रही है। जिस कारण लोगों को टैंकरों के सहारे ही पानी मिल पा रहा है। वहीं स्थानीय लोगों का आरोप है कि टैंकरों के जरिये भी दूषित पेयजल सप्लाई किया जा रहा है, जिससे महामारी फैलने की पूरी आशंका है। वहीं दूसरी ओर जनपद मुख्यालय से महज सात किलोमीटर दूर रतूड़ा क्षेत्र में पेयजल को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। यहां जनता विभागीय गलतियों के चलते एक एक बूंद पानी को तरस रही है। पानी की किल्लत से लोगों की परेशानियां बढ़ती जा रही है लेकिन जिम्मेदार विभाग महज कागजों में आकड़ों को दर्शाकर नियमित पेयजल आपूर्ति के दावे कर रहा है।