पिथौरागढ़: नगर के लोग इन दिनों नलों में आ रहे दूषित पानी को लेकर परेशान हैं। लोगों का कहना है कि, नलों में मटमैला पानी आना सामान्य बात हो गई है। वहीँ अब पानी के साथ कीडे भी लोगों के घरों में पहुंच रहे हैं। जिससे लोगों में बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है। मामले में गुरूवार को परेशान लोग अपनी इस समस्या को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। विभाग और इसके लिये जिम्मेदार अधिकारी, कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही करने और उनको साफ और शुद्ध पेयजल पिलाने की मांग कर रहे हैं।
वहीँ सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि, पिथौरागढ़ नगर में पेयजल की समस्या पिछले कई वर्षों से है। इस दौरान राज्य में कई सरकारें बदलीं, लेकिन यहाँ के हालात जस के तस बने हुए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि, लम्बे संघर्ष के बाद नगर को पेयजल की एक नई योजना मिली, लेकिन इसके बावजूद भी लोगों को दूषित पानी ही मिल रहा है। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि, विभाग इस मामले में गम्भीर नही है। जबकि खुद पेयजल मंत्री इस विधानसभा से आते हैं। लिहाजा जिम्मेदार अधिकारी, कर्मचारियों की जवाबदेही तय होनी चाहिये। क्योंकि लोगों को शुद्ध पेयजल पिलाना सरकार की जिम्मेदारी है।
मामले में अब प्रभारी जिलाधिकारी दूषित जल की समस्या को लेकर जन संस्थान को त्वरित कार्यवाही करने के बात कह रहे हैं और साथ ही जल्द समस्या के समाधान का आश्वासन दे रहे हैं।
ऐसे में अब देखना होगा कि, कब तक लोगों को इस समस्या से निजात मिल पाती है या हर बार की तरह इस बार भी लोगों के लिए केवल एक आश्वासन ही बनकर रह जायेगा।