मसूरी: धनोल्टी विधान सभा के जौनपुर विकास खण्ड के मेड गांव के लोग इन दिनों पानी के संकट से जुझ रहे हैं। गांव में पेयजल के साथ-साथ पशुओं के लिए भी ग्रामीण मीलों दूर चलकर पानी ला रहे हैं। बता दें कि, गांव में पानी की जो पाईप लाईन है वो विगत 8 सालों से क्षतीग्रस्त है। गांव में पानी के नल सूखे पडे हैं व पानी के लिए बनाई गई हौज भी सूखी पडी है। गांव वाले लगभग 2 से 3 किमी की पैदल दूरी तय करके पानी लाने को मजबूर हैं।
वहीँ जहाँ से ग्रामीणों द्वारा पेयजल लाया जा रहा है, उस पेयजल की हालत भी बद से बत्तर है। लेकिन पानी की किल्लत के चलते लोग खुली होज से गन्दा पानी पीने को लोग मजबूर हैं। उसी पानी को पशु पी रहे हैं व उसी पानी को ग्रामीण पी रहे हैं, जिससे महामारी फैलने का भी भय गांव में बना हुआ है।
अन्य मौसम के समय मे गांव के पास ही एक पेयजल की धारा से लोग पानी भरते हैं, किन्तु गर्मी के समय में यह पेयजल की धारा सूख जाती है और गांव के लोग पानी के लिए 2 से 3 किमी पैदल चलकर खुले में दूषित पानी पीने को मजबूर हो जाते हैं। कृषि प्रधान व पशुपालक गांव होने के कारण मेड गाँव के लोगों को पानी की किल्लत के कारण कई परेशानियों का सामना करना पडता है। पशुओं के लिए भी गांव के लोग सर पर मीलों दूर से पानी भर कर लाते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि, कई बार इस सम्बन्ध में शाशन-प्रशाशन और जन प्रतिनिधियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन कोई भी सकारात्मक कार्यवाही इस और नहीं हुई है।