पिथौरागढ़, 30 जनवरी; कैलाश मानसरोवर यात्रा के साथ चीन सीमा के लिए बने तवाघाट-लीपूलेख मोटर मार्ग में ज्योति गाड़ में पुल से यातायात बंद किए जाने से पंचायत प्रतिनिधि भड़क गये। उनका कहना है कि बी.आर.ओ ने बिना अस्थाई यातायात की व्यवस्था किए, पुराने पुल को तोड़ दिया। ज़िला पंचायत जगत मर्तोलिया ने कहा कि कैसे चीन सीमा के मोटर मार्ग को इतने दिनों तक बंद किया गया है, इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। इस तरह के कृत्य राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।
बी.आर.ओ की लिखित शिकायत जिलाधिकारी से आज की गई।बीस दिनों से पुल से वाहनो का आवागमन बंद चल रहा है। धारचूला विकास खंड के चौदास व व्यास घाटी के 17 गांवो की जनता परेशान है। ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्यान संकट भी पैदा हो गया है। बी.आर.ओ की मनमानी के सीमांत क्षेत्र में अनेक मामले सामने आते रहते है। तवाघाट से पांगला के बीच ज्योति गाड़ में बी.आर.ओ ने नया पुल बनाने के लिए पुराने पुल को तोड़ दिया। तब पंचायत प्रतिनिधियों ने आपत्ति जताई तो कह दिया कि एक हफ्ते में नया पुल तैयार हो जाएगा।
आज बीस दिन के बाद भी बी.आ.ओ पुल नहीं बना पाई है और न ही वैक्लिपिक रास्ता ही बना पाई। पुल के न होने से यात्री जान जोखिम में डालकर आर पार कर रहे है, लेकिन किसी भी प्रकार का सामान आर पार नहीं कर पा रहा है।
पुल के न होने से सीमांत क्षेत्र के जयकोट, पांगला, रूंग, सिर्खा, र्सिदांग, कुरिला, बंगबा, ताकुंल, बुंगबुंग, गाला- जिप्ती, बूदी, कूटी, नपलच्यू, गरब्यांग, रौंक कौंग, गूंजी में डेली नीड के सामानो की किल्लत शुरु हो गई है। सेना तथा पैरा आर्मी के लिए रोज मर्रा के सामानो के साथ सब्जी आदि आवश्यक रसद की आपूर्ति भी बंद चल रहा है।
उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के प्रदेश अध्यक्ष व जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने आज इस संदर्भ में जिलाधिकारी को ईमेल से पत्र भेजकर बात भी की। मर्तोलिया ने कहा कि बिना अस्थाई व्यवस्था किए बगैर बी.आर.ओ ने चीन सीमा को जोड़ने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा के मोटर मार्ग को कैसे सामान्य यातायात के लिए बंद कर दिया, इस पर उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। मर्तोलिया ने कहा कि मोटर मार्ग पर तत्काल प्रभाव से यातायात बहाल किया जाय, नहीं तो क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधि बी.आर.ओ कार्यालय का घेराव करेंगे।