बागेश्वर: युवा व्यवसायी राजू पाण्डेय और उनके भाईयों के खिलाफ अब नगरपालिका अध्यक्ष और सभासदों ने भी मोर्चा खोल दिया है। नगर पालिका कर्मियों ने जिलाधिकारी को शिकायती ज्ञापन सौंपा। इसके साथ ही उन्होंने मांग नहीं माने जाने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी।
विगत कुछ दिनों बागेश्वर पुलिस का स्थानीय व्यवसाय के लोगों के साथ मारपीट का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो के सोसियल मीडिया में वायरल होने के बाद व्यापार मंडल और स्थानीय लोगों में पुलिस के खिलाफ काफी आक्रोश देखने को मिला। पीड़ित व्यापारी राजू पाण्डेय की पत्नी बबीता पाण्डेय नारायणदेव वार्ड की सभासद भी है। इसलिए अब नगरपालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल और पालिका के 11 सभासदों ने भी पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। और इसी क्रम में उनके द्वारा जिलाधिकारी बागेश्वर रंजना राजगुरु को ज्ञापन भी सौंपा गया है। ज्ञापन में उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है। और इसे बागेश्वर पुलिस की गुंडागर्दी करार बताया है। दोषी उपनिरीक्षक अकरम खान और उनकी टीम में शामिल पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की भी मांग की है। और राजू पाण्डेय और उनके भाईयों के खिलाफ दर्ज मुकदमे को वापस लेने की मांग की है। ऐसा नहीं होने की दशा में आंदोलन शुरू करने की चेतावनी भी दी गयी है।
वहीं अदालत से ज़मानत मिलने के बाद मीडिया से बातचीत मे उन्होंने बताया की बागेश्वर कोतवाली पुलिस की शर्मनाक काली करतूतें सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई। किस तरह से मुझे और मेरे भाई को बेरहमी से पिटा गया वीडियो देखने के बाद मै खुद हैरान हो गया। जिस तरह से मेरे परिवार वालों के साथ साजिश कर मुझे जेल भेजा। वहीं दूसरी तरफ पुलिस के जांच अधिकारियों ने जांच से पहले ही मुझे अपराधी घोषित कर दिया। उन्होंने पुलिस की जांच पर भरोसा ना करते हुए जिलाधिकारी से विनती की है कि वे खुद इस मामले की पूरी मजिस्ट्रेट जांच कराएं।