नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर अजीत डोभाल ने शनिवार को कहा कि, इंटेलिजेंस इंटरसेप्ट्स से यह साफ जाहिर होता है कि जम्मू कश्मीर में आतंकियों के पाकिस्तानी आका पूरी तरह से बौखलाए हुए हैं। क्योंकि वह कश्मीर घाटी अनुच्छेद 370 खत्म करने के इतने दिनों बाद भी अशांति फैलाने में विफल रहे हैं।
डोभाल ने कहा- “सीमा से लगते 20 किलोमीटर के दायरे में पाकिस्तानी टावर्स लगे हुए हैं। वह मैसेज भेजने की कोशिश कर रहे हैं। हमने यह कहते सुना कि वे अपने लोगों से यह बोल रहे हैं कि कैसे इतने सेब के ट्रक घूम रहे हैं, उन्हें क्यों नहीं रोक सकते? क्या हमें तुम्हारे लिए चूड़ियां भेजनी चाहिए?”
अजीत डोभाल ने पाकिस्तान की ओर से कोडवर्ड में की जा रही बातों को मतलब बताया कि वे सामना अपने गुर्गों से हथियार और लोजेस्टिक के इस्तेमाल की बात कर रहे हैं।
अजीत डोभाल ने बताया कि श्रीनगर से हर रोज 750 ट्रकों की आवाजाही हो रही है। कल दो आतंकवादी यहां के मशहूर फल विक्रेता हमीदुल्लाह को निशाना बनाना चाहते थे। लेकिन वह उनको पा नहीं सके क्यों कि हमीदुल्लाह नमाज पढ़ने चले गए थे। लेकिन उन आतंकवादियों ने हमीदुल्लाह की दुकान में काम करने वाले दो लोगों को जबरदस्ती उनके घर सोपोर लेकर चले गए जहां ढाई साल की बेटी आसम जान और और बेटे मोहम्मद अरशद को गोली मार दी। दोनों आतंकी पाकिस्तानी थे और उनके हाथ में पिस्टल थी, वे पंजाबी बोल रहे थे। घटना को अंजाम देने के फरार हो गए। इसके अलावा एक और घटना जिसमें एक दुकानदार को गोली मार दी क्योंकि वह दुकान खोलने की कोशिश में लगा था। डोभाल ने कहा पाकिस्तान यहां ऐसे हालात पैदा करना चाहता है ताकि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बता सके कि यहां पर अशांति है।