नई दिल्ली: कई दिनों तक शांत रहने के बाद कांग्रेस ने पीएम मोदी पर सवालों के तीर चलाए हैं। कांग्रेस ने पूछा है कि, पाकिस्तान को अरबों डॉलर की मदद करने वाले सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को प्रधानमंत्री ने पहले एयरपोर्ट और फिर राष्ट्रपति भवन में गले क्यों लगाया?
कांग्रेस ने सवाल पूछा है कि क्या यही पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि है कि पीएम मोदी ने उन सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को प्रोटोकॉल तोड़कर गले लगाया, जिन्होंने कुछ घंटों पहले ही पाकिस्तान को दिल खोलकर अरबों डॉलर की मदद का वादा किया था।
By breaking protocol and welcoming Saudi Crown Prince Mohammad Bin Salman with such abundance – only hours after he promised billions to Pakistan – PM Modi has shown the country, the martyrs and every soldier in India what he thinks of their service & sacrifice. pic.twitter.com/YPJa2Q1cFT
— Congress (@INCIndia) February 20, 2019
कांग्रेस ने ट्वीट किया है कि नरेंद्र मोदी ने दिखा दिया है कि वो शहीदों और भारत के हर सैनिक के बलिदान और उनकी सेवाओं के बारे में क्या सोचते हैं?
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पूछा मोदी जी क्या राष्ट्रहित यही है कि जिसने पाकिस्तान को 20 अरब डॉलर देने का वादा किया और आतंकवाद रोकने की पाकिस्तान की कोशिशों की जमकर तारीफ की उसका इतने भव्य तरीके से आप भारत में स्वागत कर रहे हैं। क्या यही पुलवामा के शहीदों को याद करने का आपका तरीका है?
National Interests
V/S
Modiji’s 'hugplomacy'Breaking protocol, Grand welcome to those who pledged $20 Billion to Pak & praised Pak’s ‘anti-terror’ efforts.
Is it ur way of remembering martyrs of Pulwama?
1/2 pic.twitter.com/81LIwYuo1b— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) February 20, 2019
सुरजेवाला ने पीएम मोदी से पूछा कि क्या वो सऊदी क्राउन प्रिंससे कहेंगे कि उन्होंने पाकिस्तान के साथ जो संयुक्त बयान दिया है उसे वापस लें?
कांग्रेस प्रवक्ता के मुताबिक पाकिस्तान और सऊदी अरब का संयुक्त बयान एक तरह से जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को ‘अंतराष्ट्रीय आतंकवादी’ घोषित करने की भारत की मांग को खारिज करता है। पाकिस्तान और सऊदी अरब के संयुक्त बयान की तरफ इशारा करते हुए सुरजेवाला ने पूछा क्या किसी आतंकवादी को आतंकवादी घोषित करना संयुक्त राष्ट्र की प्रक्रिया का राजनीतिकरण है?