श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के डीजीपी के पद से हटाए जाने के बाद पूर्व डीजीपी एसपी वैद ने एनडीटीवी से कहा कि वह अपनी ‘वर्दी को मिस’ करेंगे। बताया जा रहा है कि एसपी वैद को नव नियुक्त राज्यपाल सत्य पाल मलिक के साथ गंभीर मतभेदों और अपहरण किए गए पुलिसकर्मियों के परिवार के सदस्यों के बदले में आतंकवादियों के रिश्तेदार को रिहा करने के बाद विवाद के बीच डीजीपी के पद से हटा कर राज्य के परिवहन आयुक्त में तबादला कर दिया गया है। एक चैनल से बातचीत में एस.पी वैद ने कहा कि मैं अपनी वर्ती को मिस करूंगा। वर्दी में गर्व और संतुष्टि की भावना होती है। बाकी के बचे सेवा में यह वर्दी काफी याद आएगा। पूर्व पुलिस चीफ वैद ने आगे कहा कि वह कश्मीर में हिंसा और हत्याओं के चक्र को समाप्त करना चाहते थे, हालांकि, घाटी में हिंसा में कमी आई है, मगर यह पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है।
20 महीने तक राज्य पुलिस का नेतृत्व करने वाले पूर्व डीजीपी एसपी वैद ने कहा कि मैं कामना करता हूं कि नए डीजीपी और पुलिस बल इस काम को पूरा करेंगे। गौरतलब है कि अब एसपी वैद की जगह दिलबाग सिंह राज्य के नए डीजीपी होंगे. दिलबाग सिंह 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और फिलहाल डीजीपी प्रिजन हैं। वहीं एसपी वैद को अब ट्रांसपोर्ट कमिश्नर बना दिया गया है। बताया जा रहा है कि हाल ही में घाटी में पुलिसकर्मियों के परिवारवालों को आतंकियों से छुड़ाने के बदले एक आतंकी के पिता को छोड़ा गया था। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार इससे नाख़ुश थी, जिसके बाद पुलिस विभाग के आला अधिकारियों में फेरबदल किया गया. एसपी वैद के डिप्टी अब्दुल गनी मीर की जगह डॉ बी श्रीनिवास को लाया गया है।
इससे पहले एसपी वैद ने ट्वीट करके कहा कि मैं भगवान का शुक्रगुज़ार हूं कि उन्होंने मुझे अपने लोगों और अपने देश की सेवा का मौक़ा दिया। जम्मू-कश्मीर पुलिस, सुरक्षा एजेंसियां और जम्मू कश्मीर के लोगों ने मुझमें विश्वास दिखाया और मेरा साथ दिया, इसके लिए उनका शुक्रगुज़ार हूं. नए डीजीपी को मेरी शुभकामनाएं। गृह विभाग के प्रधान सचिव द्वारा आदेश में कहा गया है कि 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी वैद्य का तबादला यातायात आयुक्त के पद पर किया गया है। आदेश में लिखा है कि एक स्थायी व्यवस्था होने तक 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी और कारागार विभाग के प्रमुख दिलबाग सिंह इस पद का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे।