देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को एक स्थानीय स्कूल के वार्षिक उत्सव समारोह में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के एक हजार स्कूलों को आधुनिक तकनिकी से लैस करने पर विचार कर रही है। इन स्कूलों में स्मार्ट क्लासेज की सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेंगी। साथ ही उन्होंने कहा कि आज के तकनिकी और कम्यूनिकेशन के दौर में प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रतिस्पर्धा तेजी से बढ़ रही है। इसलिए दूरस्थ क्षेत्रों में आधुनिक तरीकों से शिक्षा देने की जरूरत है। जिससे शिक्षा में शहरी एवं दूरस्थ क्षेत्रों के शिक्षा के स्तर में असमानता न हो। शिक्षा के मजबूत एवं परिस्थितियों के अनुकूल होने पर ही सब समाज में एक रूप से आगे बढ़ सकते हैं।
सीएम ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से बच्चों का गुणात्मक और संस्कारात्मक विकास जरूरी है। इसके लिए छात्र-छात्राओं के भविष्य की जिम्मेदारी शिक्षकों पर अधिक होती है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आईआईटी मुम्बई के प्रोफेसरों द्वारा ‘के-यान’ नाम से ऑल इन वन डिवाइस बनाई गई है। जिसका प्रयोग स्कूलों में पाठ्यक्रम को पढ़ाने, स्किल डेवलपमेंट एवं अन्य गतिविधियों के लिए स्कूलों में किया जायेगा। उन्होंने स्कूली छात्रों को स्वच्छता पर विशेष ध्यान रखने एवं नशाखोरी से बचने के लिए भी प्रेरित किया। स्वच्छता का संस्कार स्वभाव में आना जरूरी है। यदि हम स्वच्छता पर बल देते हैं तो अनेक रोगों से मुक्त हो जायेंगे। बच्चों को नशाखोरी से बचने के लिए जागरूक करने की जरूरत है। इस अवसर उन्होंने छात्र-छात्राओं द्वारा लगाई गई विज्ञान प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।