उत्तरकाशी : चिन्यालीसौड़ के गमरी पट्टी के गमरी गांव में एक माह सात दिन की बच्ची चूल्हे की आग से झुलस गई। आग की चपेट में आने से बच्ची बुरी तरह घायल हो गई। परिजनों ने किसी तरह बच्ची को आग से बचाया और उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया। प्राथमिक उपचार के बाद उसकी हालत खतरे से बहार बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को गमरी गांव निवासी आंनद मिश्रा की पत्नी ने चूल्हें में आग जलाई। वहीं पास में लगे बिस्तर पर अपनी एक माह सात दिन की बेटी आरूसी को बिस्तर पर सुलाकर किसी काम के लिए कमरे से बाहर चली गई। इसी दौरान आग की लपटों ने आरूसी के बिस्तर को पकड़ लिया। जिसमें चारों ओर से बिस्तर पर आग लग गई और आरूसी पूरी तरह आग की चपेट में आग गई और चिल्लाने लगी। बच्ची के चिल्लाने की आवाज सुनकर बाहर बैठी उसकी मौसी गीता अंदर गई और बच्ची को किसी तरह बिस्तर से बाहर निकाला। बीच बचाव में खुद गीता भी आग से हल्की झूलस गई। वहीं इसके बाद परिजनों ने बच्ची को जिला अस्पताल लाया जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार करने के बाद उसकी हालत खतरे से बाहर बताई है।
डा. एसडी सकलानी ने बताया कि आग से बच्ची का शरीर 25 प्रतिशत जला है। आप की लपटों से उसके हाथ, पैर,चेहरे को नुकसान पहुंचा है। वहीं उसकी हालत खतरे से बाहर है।