हल्द्वानी: अपने क्षेत्र में नहीं हो रहे विकास से परेशान पार्षद ने आत्मदाह की धमकी देने से पुलिस और प्रशासन के होश उड़ गए। हल्द्वानी निवासी और पार्षद मुन्ना पोखरियाल ने मेयर पर अपने वार्ड की अनदेखी का आरोप लगया है जिसके चलते मुन्ना ने आत्महत्या कर मौत को गले लगाने का ख्वाब देखा था। मुन्ना घटना को अंजाम देता कि उससे पहले उसे पुलिस ने पोलीशीट, हल्द्वानी से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस और प्रशासन की टीम मुन्ना से पूछताछ कर रही हैं।
हल्द्वानी, कोतवाली, प्रभारी निरीक्षक अमित श्रीवास्तव ने हैलो उत्तराखंड न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि मुन्ना पोखरिया हल्द्वानी के नगर निगम का पार्षद है जिसने नगर निगम के मेयर पर आरोप लगाया है कि उसके क्षेत्र में विकास को लेकर अनदेखी की जा रही है। जिसके चलते बीते शुक्रवार को मुन्ना ने आत्महत्या करने की धमकी दी थी। साथ ही उन्होंने बताया कि मुन्ना को पुलिस द्वारा पोलीशीट, हल्द्वानी से गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही हैं। बाद में पुलिस ने मुन्ना को सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय में पेश किया।
वहीँ हल्द्वानी मेयर जोगेन्द्र रौतेला ने बात करते हुए कहा कि पार्षद मुन्ना पोखरियाल की छवि क्षेत्र की जनता भलीभांति जानती है। रौतेला ने कहा कि मुन्ना खुद बोर्ड मीटिंग में उपस्थित नहीं रहते थे। साथ ही उन्होंने कहा कि निगम द्वारा मुन्ना के क्षेत्र के लिए लगभग ढ़ाई करोड़ रूपये की योजनाओं को स्वीकृति दे दी गयी है जिन्हे टेंडर के जरिये जल्द शुरू कर दिया जायेगा। रौतेला ने कहा कि निगम द्वारा मुन्ना के क्षेत्र में हर संभव कार्य किया जायेगा।
अपनी समस्याओं को शासन-प्रशासन तक पहुंचाने के लिए आत्महत्या जैसे एक जरिया बन गया हो। गौरतलब है कि हल्द्वानी के काठगोदाम निवासी ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे ने भी कर्ज से परेशान हो कर मौत को गले लगाया था। कुछ ऐसा ही पार्षद मुन्ना पोखरियाल ने अपने वार्ड की अनदेखी के चलते आत्महत्या की डगर को चुना था लेकिन मुन्ना घटना को अंजाम देता कि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। देखना दिलचस्प होगा कि सरकार ऐसी घटनाओं में कैसे अंकुश लगा पाती हैं।