उत्तरकाशी: एनआईएम बैंड से लेकर पोखरी गांव तक सड़क निर्माण की मांग को लेकर पोखरी के ग्रामीणों का धरना-प्रदर्शन कलक्ट्रेट परिसर में जारी है। वहीं दूसरी ओर पोखरी गांव को जाने वाली सड़क में कटने वाले पेड़ों को बचाने के लिए डांग गांव के ग्रामीणों का ‘चिपको सत्याग्रह’ आंदोलन एनआईएम के जंगल में चल रहा है।
गौरतलब है कि लंबे समय से ग्रामीण इस सड़क निर्माण की मांग कर रहे है। इस सड़क निर्माण के लिए कोर्ट की ओर से 469पेड़ों को काटने की अनुमति भी दी गई है। बावजूद इसके सड़क निर्माण न होने के कारण पोखरी के ग्रामीणों का धरना-प्रदर्शन कलक्ट्रेट परिसर में सोमवार को तेरवें दिन भी जारी रहा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कुछ लोग हमारे गांव का विकास नहीं होने देना चाहते हैं। इस लिए गांव को जाने वाली सड़क का विरोध कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर सड़क निर्माण के दौरान कटने वाले पेड़ों को बचाने के लिए डांग गांव के ग्रामीणों का चिपको सत्याग्रह आंदोलन एनआईएम के जंगलों में चल रहा है।
डांग गांव के ग्रामीणों का कहना है कि पोखरी गांव को जाने वाली सड़क निर्माण में कटने वाले पेड़ों के पतन का आदेश कोर्ट का उस समय आया था जब इस गांव के लिए कोई सड़क नहीं बनी थी। लेकिन आज के समय में डांग गांव के ग्रामीणों ने स्वंय के श्रमदान तथा अपने खेतों को काटकर पोखरी गांव के लिए पांच सौ मीटर सड़क बनाई है। ऐसे में इस सड़क का सर्वे किया जाना चाहिए। साथ ही ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पेड़ों को काटा जाता है तो उन्हें आत्मदाह के लिए विवश होना पड़ेगा।