देहरादून: जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि प्रमुख सचिव, सिंचाई आनन्द वर्धन ने माननीय न्यायालय की गरिमा को खंडित करने का काम किया है । नेगी ने कहा कि, बड़े दुःख की बात है कि सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के आदेशों का अनुपालन करायी जाने वाली नोटशीट ‘आज्ञायें एवं टीपें’ में उक्त अधिकारी आनन्द बर्धन ने न्यायालय के नाम के आगे माननीय/सम्मानित शब्द का प्रयोग न कर मात्र सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट का उल्लेख कर न्यायालय की गरिमा को खंडित करने व ठेस पहुॅंचाने का काम किया है।
उक्त अधिकारी की कार्यशैली से अन्दाजा लगाया जा सकता है कि उक्त अधिकारी ने महाकुम्भ मेला के दौरान मेलाधिकारी रहते हुए काफी काली कमाई अर्जित की है तथा उसी काली कमाई ने उक्त अधिकारी को मद में अंधा कर दिया है।
उक्त अधिकारी द्वारा पूर्व में भी सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के आदेशों पर कई बार नाफरमानी की है यानि न्यायालय के आदेशों को हवा में उड़ा दिया गया है। सेवानिवृत्त सिंचाई कर्मचारियों के पेंशन मामले में इस तरह की नाफरमानियॉं की गयी हैं तथा न्यायालय एक लाख का जुर्माना भी इस महकमें पर लगा चुका है। साथ ही कहा कि, मोर्चा शीघ्र ही न्यायालय के सम्मान में पहुॅंचायी गयी ठेस के मामले में उक्त अधिकारी को सबक सिखायेगा।