पौड़ी: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल अपने पैतृक गांव पहुंचे। यहां उन्होंने कुलदेवी की पूजा-अर्चना की। साथ ही मंदिर समिति को डेढ़ लाख रूपये भी दान किए। गांव में पहुंचने पर ग्रामीणों ने ढोल दमऊ के साथ उनका स्वागत किया। शुक्रवार शाम डोभाल अचानक अपनी पत्नी और बेटे के साथ पौड़ी जिला मुख्यालय के सर्किट हाउस पहुंचे। शनिवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे वह अपने पैतृक गांव घीड़ी स्थित बाल कुंवारी मंदिर पहुंचे। इस दौरान जब वह सड़क से करीब सौ मीटर तक मंदिर की तरफ चले तो ग्रामीणों ने ढोल दमाऊ से उनसा स्वागत भी किया।
उन्होंने करीब एक घंटे तक परिवार के सदस्यों के साथ कुलदेवी बाल कुंवारी की पूजा-अर्चना की। पूजा के बाद वह ग्रामीणों से भी मिले और उनके हालचाल भी पूछे। इसके बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हो गए। निजी कार्यक्रम के चलते उनके पौड़ी जिला मुख्यालय पहुंचने की जानकारी को गोपनीय रखा गया था। गत शाम पौड़ी पहुंचने पर एनएसए का सर्किट हाउस में आयुक्त गढ़वाल डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम, जिलाधिकारी धीरज सिंह गर्बयाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले शासन काल में पहली बार एनएसए बनने के बाद भी वर्ष 2014 में वे निजी कार्यक्रम पर अपने पैतृक गांव घीड़ी पहुंचकर कुलदेवी की पूजा-अर्चना की थी।