अहमदाबादः हमेशा चुप्पी साधे रहने वाले नेताओं में से शुमार भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज वर्तमान पीएम मोदी के गढ़ में पहुंच कर अपनी सारी चुप्पी छोड़ दी और पीएम मोदी को देश भर में किए गए नोटबंदी के लिए जमकर कोसा। साथ ही भारत के लिए 8 नवंबर को काला दिवस बताया।
गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रचार को मजबूती देने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आज अहमदाबाद में हैं। इस दौरान उन्होंने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) तथा अन्य मुद्दों पर छोटे कारोबारियों को संबोधित किया। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी से सात सवाल किये।
जानिए क्या हैं वो सवाल ….?
1-मनमोहन सिंह ने कहा- इस दुनिया ने 2 गुजराती देखे हैं, एक महात्मा गांधी और एक नरेंद्र मोदी। महात्मा गांधी ने कहा था- जब भी आप डाउट में हों, तो गरीब का चेहरा सोचें, लेकिन अपने आप से (पीएम) पूछे- क्या उस गरीब को यह फैसला फायदा करेगा?
2-क्या ये फैसला भूखमरी को खत्म करेगा?
3-नोटबंदी पर साइन करने से पहले उन्होंने सोचा कि छोटे सेक्टर्स का क्या होगा?
4-जिनका रोजगार जाएगा उनके बारे में क्या पीएम ने सोचा?
5-GST और नोटबंदी के बारे में पूछने से आप (कोई भी शख्स) टैक्स चोर बन जाएंगे?
6-क्या बुलेट ट्रेन पर सवाल करना आपको डेवलपमेंट के खिलाफ वाला साबित कर देगा?
7-बुलेट ट्रेन लाने से पहले क्या मोदी ने हाई स्पीड ट्रेनों को लेकर रेलवे को अपग्रेड करने के बारे में सोचा?
मनमोहन सिंह ने कहा कि हमने नोटबंदी का असर जीडीपी पर देखा। उन्होंने कहा कि हर एक परसेंट का मतलब 1.5 लाख करोड़ रुपये है। इसका अर्थ है कि देश में कितने लोगों की नौकरी चली गई। कितने उद्योग बंद हो गए। इसका एक और ट्रेजीडी यह रही कि मोदी सरकार ने इससे कुछ नहीं सीखा। किसान, छोटे व्यापारी इससे काफी परेशानी हुई और इसके बावजूद बिना प्लान के एक अधूरा जीएसटी गलत तरीके से लागू किया गया। इससे भी सबी को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।