दो साल पहले केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा की गई नोटबंदी पर मंगलवार को विपक्ष ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। विपक्ष की कई पार्टियों ने नोटबंदी को अभी तक का सबसे बड़ा घोटाला बताया और एक वीडियो भी जारी किया। विपक्ष के द्वारा जारी वीडियो में दावा किया जा रहा है कि 31 दिसंबर 2016 के बाद भी बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं की मदद से नोट बदले जा रहे थे।
विपक्षी नेताओं की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के कपिल सिब्बल, रणदीप सुरजेवाला, अहमद पटेल, गुलाम नबी आज़ाद, मल्लिकार्जुन खड़गे, राजद के मनोज झा, शरद यादव शामिल रहे। यहां नेताओं की तरफ से एक वीडियो दिखाया गया।
Delhi: Opposition releases purported video from https://t.co/1Eai2kfdKv alleging a BJP worker offered to convert demonetised currency into new notes at a commission of 40%, in Ahmedabad post demonetization. pic.twitter.com/CyLHrapnbY
— ANI (@ANI) March 26, 2019
कपिल सिब्बल ने कहा कि कुछ चौकीदारों ने देश के साथ गद्दारी की है और आम आदमी की जेब से पैसा छीन लिया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक वीडियो दिखाया गया जिसमें दावा किया जा रहा है कि पत्रकारों ने मिलकर नोटबंदी पर एक विशेष जांच की है।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण देश की जीडीपी पीछे चली गई, किसानों को नुकसान हुआ, छोटे कारोबारियों को नुकसान झेलना पड़ा। वीडियो में दिखाया गया कि 5 करोड़ के 500 के नोट आए और 3 करोड़ के 2000 के नोट दे दिए गए, ये सभी 31 दिसंबर 2016 के बाद हुआ है।
हालांकि, कपिल सिब्बल ने अंत में कहा कि वह इस वीडियो की पुष्टि नहीं कर सकते हैं, ना ही वह कह रहे हैं कि ये वीडियो उनका है। उन्होंने कहा कि ये वीडियो उन्हें एक वेबसाइट से मिला है, जिसमें कुछ चौंकाने वाली बात सामने आई हैं। हम चाहते हैं कि इस वीडियो में जो दिखाया गया है, उसकी जांच हो।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से 8 नवंबर, 2016 को 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद कर दिया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही नोटबंदी का ऐलान किया था। तभी से विपक्षी पार्टियां इसके खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।