मसूरी: पर्यटन नगरी कैंपटी फाॅल में चार साल से लगातार क्षेत्र की जनता पाॅलीटेक्नीक की मांग कर रही है, लेकिन जनता की इस मांग को लेकर अभी तक शासन स्तर पर कोई कारवाई नही हुई है। दरअसल, तत्कालिन सीएम हरीश रावत ने कैंपटी में सार्वजनिक समारोह में पाॅलीटेक्नीक खोलने की घोषणा की थी। उसके लिए बजट भी स्वीकृत हो चुका था, लेकिन तो उनके कार्यकाल में कुछ हुआ और ना वर्तमान सरकार कुछ कर रही है, जिससे लोगों में भारी आक्रोश है।
2014 में तत्कालिन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कैंपटी में जनता की मांग पर पाॅलीटेक्नीक की स्थापना करने की घोषणा की थी, लेकिन जनता की इस मांग पर शासन में बैठे अधिकारी कितने गंभीर है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री की घोषणा पर चार साल में भी अमल नहीं हुआ। पाॅलीटेक्नीके लिए शासन से बजट भी स्वीकृत हो चुका था। ग्रामीणों ने इसके निर्माण के लिए भूमि भी दान में दी, लेकिन पाॅलीटेक्नी के निर्माण फिर भी नहीं हो पाया। इसको लेकर क्षेत्रीय लोग खासे गुस्साए हैं। लोगों ने जल्द उनकी मांग पूरी नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। ग्रामीणों का आरोप है कि उनकी वर्षों की मांग को जानबूझकर अनसुना किया जा रहा है।