देहरादून: उत्तराखंड में 25 दिसम्बर से ‘‘अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना’’ प्रारंभ होने जा रही है। इस योजना के लागू होने से उत्तराखंड ऐसा पहला राज्य होगा जहां सभी प्रदेश वासियों को नि:शुल्क स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान की जाएगी। उत्तराखंड राज्य के प्रणेता स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म दिवस पर शुरू की जा रही यह योजना स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी साबित होगी।
अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजना है। उनके निर्देश पर राज्य के सभी लोगों को नि:शुल्क ईलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए तमाम होमवर्क करते हुए योजना तैयार की गई है। 25 दिसम्बर को इसकी लांचिंग के साथ ही प्रदेश वासियों को बड़ी राहत मिलेगी।
भारत की आर्थिक सामाजिक एवं जातीय जनगणना 2011 में चयनित लभग 10 करोड परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के लिये प्रधानमंत्री भारत सरकार द्वारा आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना प्रारम्भ की गयी। इस जनकल्याणकारी योजना के अन्तर्गत उत्तराखण्ड के लगभग 5.37 लाख परिवारों को चिन्ह्ति किया गया जिन्हें प्रतिपरिवार पांच लाख रूपये तक प्रतिवर्श की निःशुल्क चिकित्सा सुविधा एवं उपचार देने का कार्य प्रारम्भ हो गया है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के निर्देश पर आयुष्मान भारत योजना के दायरे को बढाते हुये उत्तराखण्ड सरकार द्वारा अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना प्रारम्भ की जा रही है। जिसमें उत्तराखंड के सभी परिवारों को प्रतिवर्ष पांच लाख रूपये तक की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। इस प्रकार उत्तराखण्ड राज्य में लगभग 23 लाख निवासरत परिवारों को नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा प्राप्त हो सकेगी।
यह सुविधा राज्य के सरकारी चिकित्सालयों एवं सूचीबद्ध निजी चिकित्सालयों में दी जायेगी। आपात स्थिति में सूचीबद्ध निजी चिकित्सालयों में उपचार के लिये सीधे भर्ती होने पर यह सुविधा मिलेगी। लेकिन अन्य मामलों में सरकारी चिकित्सालय से रेफर करने के आधार पर निजी चिकित्सालयों से उपचार होगा।
अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के सूचारू रूप से संचालन हेतु सरकार द्वारा सभी सरकारी चिकित्सालयों के साथ-साथ निजी चिकित्सालयों को सूचीबद्ध करने का कार्य किया जा रहा है। साथ ही सरकार का प्रयास है कि विभिन्न प्रकार की विशेषज्ञताओं के अनुसार चिकित्सालयों को सूचीबद्ध कर लिया जाये।
इस योजना को सरल एवं सहज बनाने के लिये टोल फ्री हेल्प लाईन 104, मोबाईल एप (अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना) और वेब साईट http//ayushmanuttarakhand.org पर जन सामान्य लाभार्थियों की शिकायत, सुझाव आदि प्राप्त किये जा रहे है। अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल है।
जानिये योजना की प्रमुख विशेषताऐं-
- उत्तराखण्ड राज्य के समस्त परिवारों को बीमार होने पर चिकित्सालय में भर्ती होने की दशा में इस योजना का लाभ मिलेगा।
- चिकित्सा उपचार की सुविधा के लिये सरकारी एवं प्राईवेट अस्पतालों का चिन्हित किया गया है।
- पात्र लाभार्थी परिवारों के सभी उम्र के सभी सदस्य इस योजना के अन्तर्गत लाभ ले सकते है।
- लाभार्थी परिवार अपनी एवं परिवार के सदस्यों का विवरण मोबाईल एप-(अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना) के माध्यम से प्राप्त कर सकते है।
- ऐसे परिवार जो योजना में चिन्ह्ति नहीं है का पंजीकरण मोबाईल एप (अटलआयुष्मान उत्तराखण्ड योजना) एवं वेब साईट http//org के माध्यम से किया जायेगा।
- उपचार के समय आपके पास कोई एक फोटो पहचान पत्र अवश्य होना चाहिए।
- योजना में चयनित परिवारों को उनके डाटा बेस के अनुसार प्रमाणित कर एवं सम्बन्धित के फोटो पहचान पत्र के अनुसार उपचार मिलेगा।
- योजना में कुल 1,350 प्रकार के रोग अवस्थाओं से सम्बन्धित पैकेजों का चयन किया गया है।
- हृदय रोग सम्बन्धित कुल 130 पैकेज, नेत्र रोग सम्बन्धित 42 पैकेज, नाक-कान-गला रोग सम्बन्धित 94 पैकेज, हडडी रोग सम्बन्धित 114 पैकेज, मूत्र रोग सम्बन्धित 161 पैकेज, महिला रोग सम्बन्धित 73 पैकेज, शल्य रोग सम्बन्धित 253 पैकेज, न्यूरो सर्जरी, न्यूरो रेडियोलोजी एवं प्लास्टिक सर्जरी, बर्न रोग सम्बन्धित 115 पैकेज, दन्त रोग सम्बन्धित 9 पैकेज, बाल रोग सम्बन्धित 156 पैकेज, मेडिकल रोग सम्बन्धित 70 पैकेज, कैन्सर रोग सम्बन्धित 112 पैकेज एवं अन्य 21 पैकेजों का चयन किया गया है।
- मरीजों की सहायता के लिये सूचीबद्ध चिकित्सालयों में आरोग्य मित्र तैनात रहेंगे। जिनके द्वारा भर्ती मरीजों को सहयोगध्मार्गदर्शन में मदद मिलेगी। सूचीबद्ध चिकित्सालयो में तैनात आरोग्य मित्र का मोबाईल नम्बर चिकित्सालय के हेल्प डेस्क पर उपलब्ध रहेगा।