रूद्रप्रयाग: चुनाव चिन्ह आवंटन के साथ ही जिले की 3 नगर पंचायतों व 1 नगर पालिका चुनाव को लेकर प्रचार अभियान तेज हो गया है तो आरोप प्रत्यारोपों का दौर भी शुरु हो गया है। कांग्रेस जहां सरकार की गलत नीतियों को लेकर मैदान में है तो वहीं भाजपा अभी भी बागी प्रत्याशी से जूझ रही है और केन्द्र व प्रदेश सरकार की नीतियों को लेकर चुनावी मैदान में है।
एक मात्र नगर पालिका को लेकर अध्यक्ष पद पर रुद्रप्रयाग में तीन प्रत्याशी मैदान में हैं। कांग्रेस ने जहां पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष देवेन्द्र झिक्वाण की पत्नी गीता पर दाव खेला है तो वहीं भाजपा ने वरिष्ट कार्यकत्री सरस्वती त्रिवेदी को अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं पूर्व जिला पंचायत सदस्य व भाजपा की वरिष्ट नेत्री सुशीला बिष्ट भी मैदान में हैं। कांग्रेस ने सरकार के कार्यकाल को पूरी तरह से फेल बताया है और निकाय चुनावों के परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आने का दावा किया है। कांग्रेस ने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर फेल है और जनता सरकार को निकाय चुनावों में आईना दिखायेगी।
वहीं भाजपा का कहना है कि केन्द्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार है और सरकार की विकासात्मक योजनाओं का लाभ उन्हें मिलेगा साथ ही नगर की समस्याओं का पूरा कार्यवृत तैयार कर सरकार के सामने रखा जायेगा जिससे नगर का चहुंमुखी विकास हो सके।
भाजपा से बगावत कर चुनाव मैदान में उतरी निर्दलीय प्रत्याशी सुशीला विष्ट का कहना है कि उनकी लडाई राजनैतिक दलों से है वोट तो जनता को देना है और जनता उनके साथ है। जनता के अनुसार ही नगर की विकास सम्बन्धी कार्ययोजना तैयार की जायेगी जिससे हर घर तक विकास पहुंच सके।
वहीं स्थानीय महिलाओं का कहना है कि इस बार अध्यक्ष पद महिला के लिए आरक्षित है तो हमारी प्राथमिक्ता रहेगी कि ऐसी महिला को अपना नेतृत्व सौंपा जाय जो हर महिला को लेकर विकास की कार्ययोजना तय करे जिससे पुरुष प्रधान समाज में महिलाएं भी विकास में बराबर की हकदार हों।