देहरादूनः प्रदेश के बडे घोटालों में शामिल एनएच-74 भूमि मुआवजा घोटाले में अब तक छह पीसीएस अधिकारियों सहित 27 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी एसआईटी ने बडी कार्यवाही की है। मामले में फरार आरोपित 14 किसानों की गिरफ्तारी को लेकर एसआइटी सक्रिय हो गई हैै। एसआइटी को अंदेशा है कि फरार आरोपित अपनी चल अचल संपत्ति खुर्दबुर्द करने की फिराक में हैं। एसआइटी ने इसी आधार पर एंटी करप्शन कोर्ट नैनीताल में प्रार्थना पत्र देकर कुर्की का नोटिस जारी करने की मांग की है।
दरअसल एसआइटी जिला जज एवं विशेष न्यायाधीश राजीव खुल्बे की कोर्ट में छह आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर चुकी है। एसआइटी के अनुसार इन आरोपितों द्वारा बेक डेट में जमीन की 143 (कृषि भूमि का अकृषि घोषित कराना) की कार्रवाई कर मुआवजा ले लिया। इसमें नन्हे पुत्र फकीरा निवासी मड़इया, थाना केलाखेड़ा पर 89 लाख, बलदेव सिंह पुत्र प्रीतम सिंह निवासी चीकाघाट सितारगंज पर 1.30 करोड़, बरिंदर सिंह पुत्र दलजीत सिंह ग्राम गिन्नीखेड़ा काशीपुर पर 34 करोड़, जगदीश अरोड़ा पुत्र निहाल चंद्र वार्ड नंबर एक जसपुर खुर्द काशीपुर पर दस करोड़, बिचौलिया मो. असरफ पुत्र मो अनीस निवासी मोहल्ला थाना साबिक काशीपुर व दिनेश कुमार पुत्र प्रताप सिंह टांंडा बाजपुर पर छह-छह लाख मुआवजा लेने का आरोप है।
इन किसानों के खिलाफ मांगा कुर्की का नोटिस
बलजीत कौर पत्नी प्रताप सिंह, दलविंदर सिंह पुत्र प्रताप सिंह निवासी लालपुर थाना कुंडा, जसवंत सिंह पुत्र गुरदयाल सिंह निवासी महेशपुरा थाना कुंडा, प्रभशरण सिंह पुत्र सुरेंद्र निवासी बिचपुरी केलाखेड़ा, अरविंद पुत्र प्रताप सिंह निवासी टांडा आजम, थाना केलाखेड़ा, नरेंद्र पाल पुत्र प्रताप सिंह निवासी उपरोक्त, मोहित अग्रवाल पुत्र भगवान दास निवासी सुभाष नगर बाजपुर, मोहन लाल पुत्र लक्ष्मण दास निवासी टांडा आजम, सुवेग सिंह पुत्र कश्मीर सिंह निवासी मुडिय़ामनी बाजपुर, भाग सिंह पुत्र गुरदयाल सिंह निवासी किशनपुर बाजपुर, अवतार सिंह पुत्र कश्मीर सिंह, कुलदीप सिंह पुत्र रामदिया, रमिंदर सिंह पुत्र हरपिंदर सिंह, दिलशेर सिंह पुत्र धर्मसिंह निवासीगण मुडिय़ामनी बाजपुर।