चम्पावत: भारत-नेपाल सीमा से लगे ब्रहमदेव तक बन रही सीसी सड़क के विरोध में कुमाऊँ कमिश्नर राजीव रौतेला ने मौके पर जाकर जिले के आला अधिकारीयों के साथ निरीक्षण किया। मामला दो देशों की सीमा से जुड़ा होने के चलते मंगलवार को भारत सरकार और उत्तराखण्ड के अधिकारी दिल्ली में बैठक करेंगे। बता दें कि बीते 11 मई को पीएम मोदी के नेपाल यात्रा के दौरान दोनों देशों की सहमति के बाद एनएचपीसी बनबसा द्वारा 1991 भारत नेपाल सन्धि के तहत टनकपुर से ब्रह्मदेव तक 1300 मीटर सीसी सड़क निर्माण को हरी झंडी मिली थी जिसके बाद उत्तराखण्ड के प्रमुख सचिव ने टनकपुर का दौरा कर जल्द से जल्द नेपाल सीमा पर सड़क निर्माण के विभागीय अधिकारियों को आदेश भी दिए थे, लेकिन सड़क निर्माण का कार्य शुरू होने के बाद नेपाल के लोगों ने सड़क के निर्माण का विरोध करना शुरू कर दिया।
विरोध के कारण भारतीय प्रशासन को सड़क निर्माण का कार्य रोकना पड़ा जिसके बाद कुमाऊं कमिश्नर ने आनन-फानन में टनकपुर पहुँच निर्माण स्थल का दौरा किया। इस दौरान कुमाऊं कमिश्नर ने कहा कि भारत नेपाल सीमा पर बन रही सड़क निर्माण के नक्शे पर विवाद के बाद मौके पर निरक्षण के लिए पहुचें हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि इस संबंध में नेपाल के अधिकारियों से बात की गई है। उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण से जुड़े विषय को लेकर दिल्ली में अधिकारियों के साथ बैठक की जा रही है। भारत सरकार की बैठक के बाद ही इंडो नेपाल सीमा टनकपुर में सड़क निर्माण जारी रखने के विषय पर फैसला हो पायेगा।