झारखंड: रांची के दशम इलाके में माओवादियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में एसटीएफ के दो जवान शहीद हो गए हैं। इसके अलावा कई अन्य जवानों को भी गोलियां लगी हैं। शहीद जवानों के नाम कंचन प्रसाद महतो और अखिलेश राम हैं। मुठभेड़ में जवान अखिलेश राम गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी मौत हो गई. उन्हें तीन गोलियां लगी थीं. वहीं नक्सलियों की धरपकड़ के लिए सुरक्षाबलों द्वारा सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
एसएसपी अनीश गुप्ता, डीआइजी एवी होमकर सहित अन्य अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। इलाके में नक्सलियों के आने की सूचना के बाद सर्च ऑपरेशन चल रहा था। घायल जवानों को रांची के मेडिका अस्पताल लाया गया है। यहां इनका इलाज चल रहा है। मृतक जवानों के शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स लाया गया है। यहां बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों की भीड़ लगी हुई है। वहीं राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि मैं दोनों जवानों के बलिदान को सलाम करता हूं। झारखंड में नक्सलवाद अपनी आखिरी सांस ले रहा है और हम तभी आराम करेंगे जब हम इसे पूरी तरह से मिटा देंगे।
बताया जा रहा है की पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक नक्सली दस्ते का मूवमेंट रांची-खूंटी जिला सीमा क्षेत्र में डाकापीढ़ी जंगल तथा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही है। ग्रामीणों के द्वारा सूचना दिए जाने पर झारखंड जगुआर की एक टीम को ऑपरेशन के लिए उस क्षेत्र में भेजा गया। इसी दौरान सुबह चार से पांच बजे के बीच नक्सलियों और जवानों के बीच मुठभेड़ हो गई, जिसमें झारखंड जगुआर का एक जवान शहीद हो गया और एक गंभीर रूप से जख्मी हो गया। घायल जवान को गंभीर हालत में मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।