देहरादून: प्रदेश में नशे के सौदागरों एवं उनके मद्दगारों पर शिकंजा कसने को लेकर जनसंघर्ष मोर्चा प्रतिनिधिमण्डल ने मोर्चा अध्यक्ष एवं जी0एम0वी0एन0 के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा।अनिल रतूड़ी ने तत्काल कार्यवाही का भरोसा दिलाया। वहीं नेगी ने कहा कि प्रदेश में अत्याधुनिक किस्म के नशे स्मैक, चरस, हेरोइन, कैप्सूल, ओरल/इंजेक्टिंग, एडेसिव आदि ने युवाओं का भविष्य चैपट कर दिया है। आलम यह है कि आजकल अधिकांश युवा पहले तो इस नशे के कारोबार करने वालों के सम्पर्क में आकर अपना छोटा-मोटा नशे का कारोबार शुरू करते हैं तथा कुछ ही दिन बाद इस चक्रव्यूह में फँसकर नशे को अपनाने लगते हैं। जिस कारण आज प्रदेश में नशेड़ियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्वि हो रही है तथा परिवार के परिवार उजड़ रहे हैं।
नेगी ने कहा कि महत्वपूर्ण यह है कि औद्योगिक इकाईयों के आसपास के इलाके इस नशे के कारोबार का मुख्य केन्द्र बिन्दु है तथा इन इकाइयों से लगे इलाकों के आस-पास के गाँव इस आग में झुलस चुके हैं। नशे के कारोबार ने प्रदेश में अपना साम्राज्य स्थापित कर लिया है तथा बहुत बड़ी मात्रा में अन्य प्रदेशों से इसकी आपूर्ति हो रही है। इसके साथ-साथ दुकानों में भी नशे का सामान धड़ल्ले से बिक रहा है।
नशे के दुष्परिणामों के चलते माता-पिता अपने बच्चों को खो रहे हैं तथा रही-सही कसर नशे में बाईक/मोटरकार चलाकर युवा अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहे हैं तथा राहगीरों की मौत का कारण भी बन रहे हैं। अधिकांश युवा पैसे के अभाव में चोरी-चकारी, लूटपाट आदि भी करने लगे हैं। मोर्चा ने जोर देकर कहा कि अगर नशे के कारोबार पर पूर्ण अंकुश नहीं लगाया गया तो वो दिन दूर नहीं जब सेना/पुलिस व अन्य ससस्त्रबलों के लिए युवा ढूँढे नहीं मिलेगें।