देहरादून: नारी निकेतन में गत शनिवार को 28 संवासिनियों की तबीयत बिगड़ी गई थी। मामले को दबाकर रखा गया। बहुत ज्यादा उल्टी-दस्त होने के कारण डाॅक्टरों की टीम नारी निकेतन पहुंची। जहां उनका उपचार किया गया। साथ ही नारी निकेतन में मिल रहे खाने और पानी के सैंपल भी लिए गए। आज सुबह अखबारों में खबर पढ़ने के बाद प्रदेश की नवनियुक्त राज्य पाल बेबी रानी मौर्य अचानक नारी निकेतन के निरीक्षण के लिए पहुंच गई। उनके निरीक्षण की खबर किसी को भी नहीं लग पाई।
बिहार के मुज्जफरपुर और यूपी में आश्रयों में सामने आई घटनाओं के बाद भी उत्तराखंड में शासन-प्रशासन चैन की नींद सो रहा है। नारी निकेतन में 28 संवासनियों की तबीयत बिगड़ने के बाद भी मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को नहीं दी। मामला बहुत ज्यादा बिगड़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दी गई। बावजूद उसके स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अलावा कोई भी अधिकारी जांच के लिए नहीं पहुंचा।
इधर, मामले की जानकारी लगते ही राज्यपाल बेबी रानी मौर्य नारी निकेतन का औचाक निरीक्षण करने पहुंच गई। उन्होंने अपने निरीक्षण की जानकारी किसी को नहीं दी। हैरानी की बात यह है कि राजभवन को भी उनके जाने से पहले तक उनके निरीक्षण की जानकारी नहीं थी। उन्होंने प्रोटोकाॅल भी आधे रास्ते में छोड़ दिया। सीएमओ को मौके पर बुलाकर पूरे मामले की जानकारी ली। अब देखना होगा कि राज्यपाल के निरीक्षण के बाद सरकार क्या एक्शन लेती है।