नई दिल्ली: पिछले कई दिनों से दिल्ली में प्रदूषण की वजह से हालात बेहद खराब बने हुए हैं। दिवाली के बाद गुरुवार सुबह दिल्ली की हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ की श्रेणी की तरफ बढ़ गयी है। राजधानी के अधिकांश हिस्से धुंध (स्मॉग) की सफेद चादर में लिपटे नजर आ रहे हैं। दिल्ली कई इलाके में लोगों ने रात आठ से दस बजे के बीच पटाखे फोड़ने के लिये सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय की गई समय-सीमा का उल्लंघन किया। दिल्ली के लगभग हर इलाके में विजिब्लिटी कम हो गई है। चारों तरफ धुआं-धुआं ही दिख रहा है।
#Delhi's Anand Vihar at 999, area around US Embassy, Chanakyapuri at 459 & area around Major Dhyan Chand National Stadium at 999, all under 'Hazardous' category in Air Quality Index (AQI) pic.twitter.com/QX7z5UYOl9
— ANI (@ANI) November 8, 2018
इससे पहले दिवाली के दिन बुधवार को शाम 7 बजे एक्यूआई 286 रेकॉर्ड किया गया था जो रात 8 बजे 405 के स्तर पर पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार बुधवार रात 9 बजे स्थिति और खराब हो गई और एक्यूआई 514 पर पहुंच गया।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद दिल्ली और नोएडा के कई इलाकों का हालत बेहद खराब हो गई है। यहां लोगों ने कोर्ट के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए जमकर आतिशवाजी की, जिसका नतीजा सुबह देखने को मिला। पूरे दिल्ली और एनसीआर में धुंध छाई हुई है। विजिबिलिटी भी काफी कम है, लोगों को गाड़ी चलाने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने सिर्फ ‘ग्रीन पटाखों’ के निर्माण और बिक्री की अनुमति दी थी। ग्रीन पटाखों से कम प्रकाश और ध्वनि निकलती है और इसमें कम हानिकारक रसायन होते हैं। कोर्ट ने पुलिस से इस बात को सुनिश्चित करने को कहा था कि प्रतिबंधित पटाखों की बिक्री नहीं हो सकती है और किसी भी उल्लंघन की स्थिति में संबंधित थाना के एसएचओ को व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार ठहराया जाएगा और यह अदालत की अवमानना होगी। कोर्ट ने दिवाली के दिन रात 8 से 10 बजे तक ही पटाखे फोड़ने का निर्देश दिया था। इसके साथ ही पटाखों की ऑनलाइन बिक्री भी रोक दी गई थी।