बागेश्वर: नगर निकाय विस्तारीकरण को लेकर दर्ज आपत्तियो का जिलाधिकारी के नेतृत्व मे गठित पांच सदस्यी टीम द्वारा जन-सुनवाई का आयोजन कलेट्रेट में किया। विस्तारीकरण के सम्बन्ध मे 12 ग्राम पंचायतो से कुल 95 आपत्तियां दर्ज हुयी। जिनमे बिलौना से 13, बडेत से 03, मेहरबूंगा से 48, विनवाल तिवारी से 15, भतरौला से 1, माजियाखेत से 1, कफलखेत से 1, फलटनियां से 1, कठायतबाडा से 2, मण्डलसेरा से 8, सैज से 1, और विधायक से 1 आपत्तियां दर्ज हुयी। जनसुनवाई मे ग्रामीणों ने नगरपालिका मे मिलाये जाने का विरोध किया।
जनसुनवाई कार्यक्रम मे नगर पालिका के ढांचे को नकारते हुए ग्रामीणो कहा कि पालिका का नगरी क्षेत्र मे विकास शून्य है। ऐसे में केवल टैक्स वसूलने के लिए हमे नगर पालिका मे जोडा जा रहा है। नगर पालिका क्षेत्र मे जोडने से गांवों मे अभी जो विकास हो रहा है, वह भी नही हो पायेगा क्योकि, वर्तमान मे नगर पालिका, नगर क्षेत्र मे ही ठीक से कार्य नही कर पायी है। साथ ही उन्होंने कहा कि नगर पालिका का मॉडल इतना ही दुरस्त होता तो ग्रामीण स्वत: ही नगर पालिका मे गांवों को जोडने के लिये पहल करते। इसके आलावा उन्होनें कहा कि गांवों मे रोजगार के लिये मनरेगा जैसी योजनाऐ हैं और इसके साथ ही अन्य राज्य वित्त के तहत काफी विकास हुआ है। जबकि वर्तमान नगर पालिका क्षेत्र खूद ही बदहाली के आंसू रो रहा है। ऐसे में ग्रामीणों को नगर पालिका से उम्मीद नही है कि ग्रामीण क्षेत्रो को नगर पालिका मे मिलाये जाने से विकास हो पायेगा।