देहरादून: राजधानी दून के एक नामी अस्पताल पर एक व्यक्ति द्वारा गंभीर आरोप लगाये गये हैं। व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि, मेरी माँ की मौत के बाद भी डॉक्टर द्वारा उनको इलाज दिए जाने का ढोंग रचा गया। मामले में अब व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज की है।
उक्त व्यक्ति नीरज ढिंगरा के अनुसार, उनकी माँ बिमला देवी को कमजोरी की शिकायत पर ईसी रोड स्थित संतुष्टि हॉस्पिटल में डॉक्टर जगदीश चाचरा को इलाज के लिए ले जाया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि, उनकी माँ स्वयं अपने पैरों पर चलकर हॉस्पिटल पहुंची। और डॉक्टर ने बिना किसी जाँच के उन्हें बोतल में इंजेक्शन लगाकर चढ़ाना शुरू किया। जिसके बाद उनकी माँ ने सुध-बुध खो दी और जब उन्होंने इसकी शिकायत डॉक्टर से की तो डॉक्टर द्वारा उन्हें डांट कर चुप करा दिया गया। इसके आलावा उन्होंने कहा कि, कुछ समय बाद डॉक्टर व उनके साथियों द्वारा कमरे का दरवाजा बंद कर दिया गया। उसके एक घंटे बाद व्यक्ति द्वारा शोर मचाने पर डॉक्टर द्वारा दरवाजा खोला गया। उन्होंने कहा कि, जब मैंने माँ की स्थिति देखी तो उनकी मौत हो चुकी थी, जिस पर उन्होंने फिर शोर मचाया और आनन-फानन में डॉक्टर द्वारा उनको चढाई गई ऑक्सीजन व अन्य चीजों को हटाया गया। जिसका विडियो भी उनके जानकर ने बना लिया। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि, मौत के बाद हॉस्पिटल के लोगों द्वारा उनको धमकाया गया व शव को ले जाने के लिए बोला गया, ऐसे में जब उन्होंने समय माँगा तो उनके साथ हाथापाई की गई। जिस पर उन्होंने पुलिस बुलाई तो डॉक्टर द्वारा उनको पैसे लेकर मामला खत्म करने की बात कही गई, जिसका उन्होंने विरोध किया। वहीँ उन्होंने आरोप लगाया कि, मामला बढ़ता देख डॉक्टर ने उनके परिवार से माफ़ी भी मांगी, जिसका उन्होंने विडियो क्लिप होने का भी दावा किया है। इसके अलावा उन्होंने दावा किया कि, डॉक्टर द्वारा उनके कागजों पर कुछ जांचें उनकी मौत के बाद लिखी गई और वो भी तारीख बदलकर, हालांकि हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा इस भूल को स्वीकार किया गया और इसे मानवीय भूल बताया।
वहीँ मामले में हॉस्पिटल प्रशासन ने उक्त व्यक्ति पर डॉक्टर से मारपीट करने का आरोप लगाया है। जिसकी शिकायत हॉस्पिटल की ओर से पुलिस से की गई है। साथ ही डॉक्टर का कहना है कि, उनकी तरफ से इलाज में कोई भी लापरवाही नहीं बरती गई और उन्होंने पूरी ईमानदारी से इलाज किया।
हैलो उत्तराखंड न्यूज़ को जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि, मामले में शिकायत के बाद मामले की जाँच के लिए नियमानुसार सीओ को भेज दिया गया है, व तत्पश्चात सीएमओ को भेजा जायेगा। इसके बाद सीएमओ लेवल पर एक जाँच टीम गठित की जाएगी और मामले की जाँच के बाद ही अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
इंडियन मेडिकल एशोसिएशन की चेयरपर्सन डॉ. एसजी सेठी ने बताया कि, उक्त परिवार ने अपना एक सदस्य खोया है, जिसका दुख वो समझते हैं, लेकिन उन्हें डॉक्टर पर किसी तरह की हाथापाई नहीं करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि, यदि व्यक्ति को कोई शिकायत थी तो उन्हें नियमानुसार इसकी शिकायत कर जाँच की मांग करनी चाहिए थी। इसके आलावा उन्होंने कहा कि, उक्त शिकायत पर मृतिका का पोस्टमार्टम कराया गया व अन्य जाँच भी जारी है। जाँच के बाद स्थिति साफ़ हो जाएगी।