मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आठवें हेरिटेज टूरिज्म का रंगारंग आगाज हुआ। जिसमें पर्यटन को बढ़ाने के लिए देशभर के आए अधिकारियों ने सुझाव रखे। साथ ही मारीशस, ताइवान, पेराग्वे, बुल्गारिया और मलेशिया आदि देशों के राजदूत और कमिश्नर ने प्रोजेक्टर के माध्यम से पर्यटन के बारे में जानकारी दी।
मसूरी में आयोजित इस आठवें हेरिटेज टूरिज्म कॉन्क्लेव का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी के निदेशक आईएएस संजीव चोपड़ा ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस मौके पर ख्याति प्राप्त लेखक पद्मश्री, पद्मभूषण रस्किन बान्ड, ट्रैवल राइटर बिल स्किन, हेरिटेज बिल्डिंग कसमंडा पैलेस के स्वामी धीनराज प्रताप सिंह व सेंट जॉर्ज कॉलेज मसूरी के ब्रदर सुपीरियर को भी सम्मानित किया गया।
निदेशक आईएएस संजीव चोपड़ा ने कहा कि, उत्तराखंड के साथ मसूरी के लिए गौरव की बात है और कॉन्क्लेव से पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड और मसूरी पर्यटन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। वहीं पीएचडीसीसीआई द्वारा मसूरी को हेरिटेज टूरिज्म कॉन्क्लेव के लिए चुना गया जो गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि हेरिटेज टूरिज्म कान्क्लेव में 6 देशों के कमिश्नर और राजदूत द्वारा प्रतिभाग किया गया है। जिनके द्वारा पर्यटन को लेकर कई महत्वपूर्ण विषय पर वार्ता की गई। साथ ही उन्होंने अपने देशों के हेरिटेज पर्यटन से लोगों को अवगत कराया। वहीं उनके देशों में देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को किस प्रकार की सुविधाएं दी जा रही हैं, इस बारे में भी विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। वहीं पीएचडीसीसीआई टूरिज्म कमेटी के चेयरपर्सन राधा भाटिया ने कहा कि, देश-विदेश से आने वाले सैलानियों को हर सुविधा मुहैया कराई जा रही है। जिससे पर्यटकों को परेशानियों का सामना न करना पड़े। साथ ही उत्तराखंड की विरात को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है।