मुंबईः हिमाचल में इमारत ढ़हने से 13 जवानो सहित 30 लोगों की मौत की घटना के भीतर ही अब मुंबई से बड़ी खबर सामने आई है। यहां के डोंगरी में मंगलवार को 11.45 बजे एक चार मंजिला इमारत गिर गई। हादसे में 12 लोगो की मौत हो गई। इमारत में 40-50 लोगों के फंसे होने की आशंका है। एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीम ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। इस बिल्डिंग में करीब 15 परिवार रहते थे। बिल्डिंग के अंदर महिलाएं और बच्चे भी फंसे हैं। अभी तक 5 लोगों को निकाला जा चुका है।
To speed up the rescue operation one more #NDRF team mobolised.
Total 3 teams deployed. https://t.co/KzVFkmMsXd
— NDRF (@NDRFHQ) July 16, 2019
बता दें कि मुंबई के डोंगरी में एक चार मंजिला इमारत गिर गई है। राहत एवं बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम और दमकल की गाड़ियां मौके पर है। मलबे में दबे लोगों में से अभी तक एक मासूम समेत पांच लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। जबकि दो की मौत हो गई है।स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इमारत सुबह करीब 11:40 बजे गिरी। इस इमारत को लेवल-2 घोषित कर दिया गया था। ये इमारत संकरी गली में स्थित थी। इमारत के गिरने के बाद लोगों के लिए बीएमसी ने इमामवाड़ा सेकेंड्री गर्ल्स स्कूल में शेल्टर खोल लिया है।
इस मामले पर राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि इस इमारत में 15 परिवारों के फंसे होने की आशंका है। इमारत 100 साल पुरानी थी। उन्होंने कहा कि सभी चीजें सामने आने के बाद अच्छे से जांच की जाएगी।
वहीं दूसरी और बिल्डिंग गिरने के मामले में राजनीति भी तेज हो गई है। AIMIM के विधायक वारिस पठान ने इस घटना को हादसा नहीं बल्कि एक हत्या बताया है। उन्होंने कहा कि मैं पिछले पांच साल से जर्जर बिल्डिंग का मसला उठा रहा हूं। कई बार विधानसभा के अंदर मैंने सवाल उठाया. सरकार की ओर से आश्वासन दिया गया लेकिन आजतक कोई कार्रवाई नहीं की गई।