देहरादून: कोटद्वार नगर निगम चुनाव में भाजपा की हार को लेेकर भाजपा कार्यकर्ता हरक सिंह रावत को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। इसको लेकर हरक सिंह रावत ने बड़ा बयान दिया है। हरक सिंह ने कहा कि वो कोर टीम के सदस्य होने के साथ ही कोटद्वार के प्रभारी भी थे, लेकिन उनसे प्रत्याशी घोषित करते हुए पूछा ही नहीं गया।
हरक सिंह रावत यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि उनके दिन इतने नहीं गिरे कि उनको टिकट के लिए किसी के आगे गिड़गिड़ाना पड़े। उन्होंने कहा कि भाजपा की हार के लिए टिकट बंटवारा ही जिम्मेदार है। भाजपा ने कोटद्वार में लैंसडौन विधायक दिलीप रावत की पत्नी को टिकट दिया था, जिनको तीसरे स्थान पर रहना पड़ा। इसके पीछे भी हरक सिंह रावत को ही जिम्मेदार माना गया।
सूत्रों की मानें तो हरक सिंह रावत ने पहले नगर पालिका अध्यक्ष की कुर्सी छोड़कर भाजपा में शामिल हुई रश्मी राणा के लिए टिकट मांगा था। पार्टी ने उनकी बात नहीं मानी। उन पर आरोप हैं कि उन्होंने भाजपा की बागी प्रत्याशी को समर्थन दिया। उनके लिए काम कर भाजपा प्रत्याशी को हराने का काम किया। हरक सिंह के बयान के बाद अब देखना होगा कि पार्टी का क्या रुख रहता है। यह भी आरोप हैं कि हरक सिंह पूरे चुनाव में रामनगर में ही ज्यादा नजर आए।