हरिद्वार: प्रदेश को शर्मसार करती घटना धर्मनगरी हरिद्वार से सामने आई है। यहां एक 20 वर्षीय युवक को भीड़ ने मोबाइल फोन चोरी के शक में इतना पीटा की युवक ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमे युवक को भीड़ द्वारा बेरहमी से पीटते हुए देखा जा सकता है। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या देश में किसी की भी हत्या कर देना इतना सरल हो गया है। क्यों सरकार द्वारा भीड़ हिंसा के लिए कड़े कानून नहीं बनाए जा रहे हैं।
बता दें कि हरिद्वार के गांव गाडोवाली के युवक मोसीन की पिटाई का एक वीडियो वायरल हो गया है। यह वीडियो 21 जुलाई का बताया जा रहा है जब उसे मोबाइल फोन चोरी के शक में पीटा गया था। सोमवार को पेशे से पुताई का कार्य करने वाले बीस वर्षीय युवक मोसीन की मौत होने के मामले ने तूल पकड़ा। परिजन ने आरोप जड़ा था कि मोबाइल फोन चोरी के संदेह में उसे बुरी तरह पीटा गया था और उसी वजह से उसकी जान चली गई।
स्थानीय पुलिस भी मोबाइल फोन चोरी की बात को पहले तो स्वीकार नहीं कर रही थी लेकिन मंगलवार को जब उसकी पिटाई का वीडियो वायरल हुआ तब हर किसी को होश फाख्ता हो गए। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि कुछ युवक डंडे से उसे बेरहमी से पीट रहे हैं और मोबाइल फोन चोरी होने की बात भी वीडियो में सुनाई दे रही है।
करीब एक मिनट के वीडियो में मोसीन बार बार चोरी नहीं करने की बात कह रहा है। यह वीडियो गांव के ही एक घर का बताया जा रहा है।
एसओ गोविंद कुमार ने भी स्वीकारा कि वीडियो उनके संज्ञान में आया है, उसे कब्जे में ले लिया गया है। मोसीन की मौत की वजह पोस्टमार्टम रिपेार्ट में भी साफ नहीं हो सकी है। एसओ गोविंद कुमार ने बताया कि विसरा सुरक्षित रख लिया गया है। अब विसरा को कोर्ट के आदेश पर विधि विज्ञान प्रयोगशाला देहरादून भेजा जाएगा ताकि मौत की वजह साफ हो सके।