श्रीनगर: मानवाधिकार नेशनल पार्टी (एमएनपी) ने कश्मीर में कश्मीरी हिन्दुओं के वहां से पलायन के बाद पहली बार किसी कश्मीरी पंडित को लोकसभा का टिकट दिया है। एमएनपी ने संजय धर को अपना कंडिडेट बनाया है। संजय धर युवाओं के बीच खासे लोकप्रिय हैं। अनंतनाग सीट से चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे संजय धर को लोगों का खूब सहयोग मिल रहा है।
एमएनपी से ताल ठोक रहे संजय धर के सामने पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर जैसे बड़े चेहरे चुनावी मैदान में हैं, लेकिन जिस तरह से उनको लोगों को सहयोग मिल रहा है। उससे एक बात तो साफ है कि उनके सामने खड़े उम्मीदवारों को जीत आसानी से नहीं मिलने वाली। लोगों की मानें तो संजय धर मैदान भी मार सकते हैं। संजय धर ने जम्मू में विस्थापित कैंप भूटानगर से अपना डोर-टू-डोर कैंपेन शुरू कर दिया है।
कैंपेनिंग के दौरान जिस तरह से उनको लोगों का सहयोग मिल रहा है। उसने विपक्षी में खड़े उम्मीदवारों की टेंशन तो बढ़ा ही दी है, साथ ही उनके लिए मुशीबतें भी खड़ी कर दी हैं। संजय धर को मिल रहा समर्थन विस्थापित कश्मीरियों में भी उम्मीद की किरण जगा रहा है। लोगों के सहयोग के साथ ही संजय धर को समाजवादी पार्टी ने भी बिना शर्त समर्थन दिया है। देखना यह होगा कि संजय धर विस्थापित कश्मीरी वोटरों से कितना वोटिंग करा पाते हैं। उनकी जीत-हार भी किसी हद तक विस्थापित कश्मीरी पंडितों पर निर्भर करती है।