मनोज इष्टवाल
संसदीय कार्यों के ज्ञाता माने जाने वाले जनजातीय क्षेत्र जौनसार बावर के तेजतर्रार नेता व वर्तमान में विकास नगर क्षेत्र के विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने कहा है कि उनकी सरकार का सर्वप्रथम दायित्व उन गॉव को बसाना है जो पलायन की जद में हैं. हम ऐसी हरितक्रान्ति पर विश्वास करते हैं जो लहलहाती फसलों से पहाड़ी आवोहवा को खुशहाल बनाए रखे.
मुन्ना सिंह चौहान का कहना है कि उत्तराखंड की पहचान ही हमारे गॉव और उसका समाज है जिन्हें हम इस बार पूरी संकल्पता के साथ विकास की ओर ले जायेंगे. उन्होंने कहा कि उनका व उनकी सरकार का मकसद है कि हम अपने जल जंगल जमीन को विकास के हर पैमाने पर देखना पसंद करेंगे ताकि हम ग्राम्य पर्यटन, कृषि, पेयजल स्वास्थ्य , शिक्षा और स्वरोजगार के प्रति ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को आकृष्ट कर सकें व गॉव से हो रहे बेतरतीबे पलायन को रोक सकें.
मंत्री मंडल में स्थान न पाने के प्रश्न पर वे हँसते हुए कहते हैं यह संगठन की जिम्मेदारी है उन्हें जहाँ जैसा लगेगा वे वहां खड़े नजर आयेंगे. इसमें कार्यकर्ताओं और क्षेत्रीय जनता को मायूस होने की आवश्यकता नहीं है.
उन्होंने कांग्रेस सरकार में संसदीय परम्पराओं को तार-तार करने वाले पूर्व विधान सभा अध्यक्ष गोबिंद सिंह कुंजवाल पर प्रहार करते हुए कहा कि वे कभी भी उस पीठ के विरुद्ध एक शब्द नहीं बोले जो राजनीति का मंदिर कहा जाता है. जहाँ बैठकर हम सभी नियम क़ानून व राज्य की योजनाओं को क्रियान्वयन करने हेतु बजट व्यवस्था के लिए जुटते हैं लेकिन गोबिंद सिंह कुंजवाल आज तक के पहले ऐसे विधान सभा अध्यक्ष हुए जिन्होंने अपने अधिकारों का दुर्प्रयोग करते हुए विवेकाधीन कोष से 37 हजार लोगों को धनराशी बांटी जिनमे लगभग 35,225 लोग उनकी विधान सभा के थे. यह धनराशी उस दौर में बांटी गयी जब चुनाव की रणभेरी लगभग बजने ही वाली थी. उन्होंने कहा कि उन्होंने इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग से भी की है.
सोशल साईट पर मुन्ना सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में शामिल न किये जाने की खबरें जहाँ सुर्ख़ियों में हैं वहीँ जन-जातीय क्षेत्र के निवासियों का कहना है कि भले ही मुन्ना सिंह चौहान जनजातीय क्षेत्र से चुनाव न लडें हों लेकिन उन्हें सम्पूर्ण उत्तराखंड के जनजातीय बाहुल्य क्षेत्रों का नेता माना जाना चाहिए व काबीना मंत्री का दर्जा दिया जाना चाहे ताकि हमारे क्षेत्रवासी यह महसूस कर सकें कि हमें भी प्रतिनिधित्व मिला है.
उम्मीद की जा रही है कि मुन्ना सिंह चौहान आगामी समय में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की कैबिनेट में शामिल किये जा सकते हैं या फिर विधान सभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी निर्वहन कर सकते हैं