देहरादून: डबल इंजन की सरकार में अदना सा राजनेता जिले के पुलिस कप्तान को गालियां देकर उनका तबादला कराने की हुंकार भर रहा है तो वहीं भाजपा विधायक एक महिला अफसर को धमकी दे बैठे कि वह उसका ट्रांसफर करा देंगे। महिलाओं के उत्थान की बात करने वाली भाजपा का जिस तरह से राज्य में सत्ता हासिल करने के एक साल बाद आक्रामक चेहरा नजर आ रहा है। महिला अफसर को सरेआम विधायक द्वारा तबादला कराने की धमकी देना इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि क्या जो अफसर राजनेताओं के इशारे पर काम नहीं करेगा उसे ट्रांसफर की धमकी मिलनी शुरू हो जायेगी?
उल्लेखनीय है कि गन्ने की फसल की तुलाई को लेकर भाजपा के विधायक और चीनी मिल की अधिकारी के बीच हुई तकरार राज्य में चर्चा का विषय बनी हुई है और सवाल खडे हो रहे हैं कि क्या सत्ता मिलने के बाद पार्टी के कुछ नेता अफसरों को अपना गुलाम समझ लेते हैं? बताया जा रहा है कि ऊधमसिंह नगर की किच्छा चीनी मिल प्रबंधन द्वारा भावर क्षेत्र मे गन्ना तुलाई सीजन मे गन्ना किसानो की पांच-पांच दिन तक सेंटर मे पर्ची होने के बावजूद उन्हें खडा रखने के विरोध मे सरकारी गन्ना विकास समिति लिमिटेड हल्द्वानी के अध्यक्ष राजीव कुमार कबडवाल के नेतृत्व में भावर क्षेत्र के दर्जनो किसानो ने चीनी ईडी कार्यालय के सामने एक दिन का उपवास रखा। उपवास को समर्थन देने के लिए लालकुआ विधायक भी शुगर मिल पहुंचे। बताया जा रहा है कि जब सत्ता पक्ष के विधायक मिल परिसर में थे तो मिल प्रबन्धक भी विधायक से मिलने पहुंच गए और इसी बीच गन्ने की खरीद ओर तुलना को लेकर आपस मे बहस शुरु हो गयी। बात इतनी बढ गई कि विधायक द्वारा महिला अफसर को ट्रांसफर और मिल बन्द करने की धमकी तक दे दी गयी? इस धमकी का वीडियो वायरल हुआ तो उसमें ईडी दीप्ति सिंह द्वारा विधायक से कहा गया कि उन्होंने उसे फोन पर तबादला कराने की धमकी दी थी तो विधायक हुंकारे की हां उन्होंने तबादला कराने की धमकी दी थी।
वहीँ मिल प्रबन्धक का कहना है कि इस सीजन के सबसे अधिक गन्ना हल्द्वानी समिति से लिया गया है। सीजन के 80 फीसदी गन्ने को पिराई कर ली गयी है। अभी मिल एक माह तक गन्ने की खरीद करेगी। सभी जगह से गन्ना सेंटरो से गन्ने का उठान लगातार चल रहा है। कहीं पर कोई दिक्कत होगी तो उसमें सुधार किया जाएगा। साथ ही ट्रांसपोर्टर को इस बारे में नोटिस दे दिया गया है। सवाल यह है कि क्या राज्य की जनता ने डबल इंजन की सरकार को इसलिए प्रचंड बहुमत दिया था कि उनके अदने से नेता और विधायक सरेआम जनपद के पुलिस कप्तान और महिला अफसर का ट्रांसफर कराने के लिए सरेआम हुंकार भरने लगे। वहीँ विधायक नवीन दुम्का का कहना है कि महिला अफसर के साथ इस तरह की कोई बात नहीं हुई है जिसे झड़प कहा जा सके। विधायक ने कहा कि उन्होंने महिला अफसर को बस इतना कहा कि अगर आपको किसी मुद्दे पर बात करनी है तो अपने दफ्तर पर करें।