नई दिल्ली: देश में मी टू कैंपेन के जोर पकड़ते ही कई नामी-गिरामी चेहरे कठघरे में खड़े हो गए हैं। विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर, जो कई अखबारों और पत्रिकाओं के संपादक रह चुके हैं, उन पर अब तक 12 महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। उन पर महिला पत्रकारों की सहमति के खिलाफ कदम उठाने और होटल के कमरों में उनसे असहज करने वाले इंटरव्यू करने के आरोप लगे हैं।
कई महिलाओं ने आरोप लगाया है कि सीनियर जर्नलिस्ट रहे अकबर होटल के कमरे में उनका इंटरव्यू लेते थे और फिर उन्हें अपना बिस्तर और शराब ऑफर करते थे। विदेश दौरे से एमजे अकबर लौट आए हैं और उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि वो पूरी तरह से निर्दोष हैं। एम.जे अकबर ने अपने बयान में ये भी कहा कि जिन भी लोगों ने उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए हैं वो उन सभी के खिलाफ लीगल एक्शन लेंगे। बिना सबूत के आरोप लगाना एक वायरल फीवर बन गया है।
चाहे कुछ भी केस हो, अब मैं लौट आया हूं। मेरे वकील इन झूठे आरोपों की जांच करने के बाद भविष्य के लीगल एक्शन की तैयारी करेंगे। 10 से ज्यादा लड़कियों के यौन उत्पीड़न का आरोप झेल रहे विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने अपनी सफाई दी है। अकबर का कहना है कि उनके खिलाफ जो भी आरोप लगे हैं वो झूठे हैं और मसाला लगाकर पेश किए जा रहे हैं। क्योंकि वो ऑफिशियल विदेशी दौरे पर थे, इसलिए जवाब नहीं दे पाए थे।
एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एम जे अकबर ई मेल के जरिए पहले ही अपना इस्तीफा भेज चुके हैं। अकबर आज ही नाइजीरिया के दौरे से लौटे हैं। पत्रकारों ने जब दिल्ली एयरपोर्ट पर उनसे आरोपों पर सवाल पूछे तो वे बचते नजर आए। उन्होंने कहा कि वे डीटेल स्टेटमेंट के जरिए अपना पक्ष रखेंगे। अकबर के इस्तीफे की अभी तक अधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। उनकी तरफ से भी अभी तक कोई बयान नहीं आया है।