देहरादून: उत्तराखण्ड सचिवालय में एक महिला अफसर जो समीक्षा अधिकारी के पद पर है, से बदसलूकी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। महिला अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार किसी और ने नहीं बल्कि उसी के सीनियर अफसर ने ही की है।
हैरान करने वाली बात तो ये है कि दुर्व्यवहार का आरोप उस अनुभाग अधिकारी पर लगा है जो सचिवालय संघ का महासचिव भी है, प्रदीप पपनै।
पीड़ित महिला ने सचिव, सचिवालय प्रशासन हरबंश सिंह चुघ और महिला सेल की अध्यक्ष राधा रतूड़ी से इसकी लिखित शिकायत कर दी है। लिखित शिकायत में पीड़िता ने कहा है कि उसकी सीट के पास ही कुछ लोग बैठकर अश्लील बातें (गाली-गलौज) करते हैं। इस बात की शिकायत जब उसने अपने अनुभाग अधिकारी प्रदीप पपनै से की तो वो भड़क उठे। उन्होंने महिला को बुरी तरह डांटा और साथ ही कहा कि गालियां तो हर विभाग में दी जाती हैं।
मामला गुरुवार का बताया जा रहा है। महिला ने अपनी शिकायत में बताया है कि उसके दफ्तर के चपरासी के पास हर रोज कुछ लोग आकर बैठ जाते थे और आपस में वे बेहद गंदी भाषा में बात करते थे।
एकाध बार तो उन्होंने इस ओर ध्यान नहीं दिया लेकिन, जब ये सिलसिला नहीं थमा तो उसने अपने अनुभाग अधिकारी को इसकी मौखिक शिकायत की। अनुभाग अधिकारी प्रदीप पपनै ने अश्लील बातचीत करने वालों को तो कुछ नहीं कहा लेकिन अलबत्ता महिला पर भड़क उठे और बेहद अपमानजनक भाषा में उसे डांटने लगे।
पीड़ित महिला ने आरोपी प्रदीप पपनै पर ये भी आरोप लगाया है कि उन्होंने उसे विभाग से बाहर भाग जाने को कहा।
सूत्रों के अनुसार पीड़ित महिला ने इस मामले में इतना ही कहा कि वे इसकी शिकायत सचिवालय प्रशासन से कर चुकी हैं और मीडिया से फिलहाल कोई बात नहीं करना चाहती।
इस गम्भीर घटना को लेकर एक और हैरत की बात तब सामने आयी जब सचिवालय प्रशासन के सचिव हरबंश सिंह चुघ से बात की गयी जिसमें उन्होंने ये तो स्वीकारा है कि उन्हें शिकाय़त तो मिली है, लेकिन साथ ही ये भी जोड़ दिया कि ये घटना बहुत छोटी है। चुघ ने कहा कि जहां ज्यादा लोग रहते हैं वहां कभी कभार ऐसी घटनायें हो जाती हैं। उन्होंने ये भी नसीहत दी कि इसे ज्यादा तूल देने की जरूरत नहीं है।
हालांकि महिला की शिकायत के बाद उसके अनुभाग में तैनात चपरासी का तबादला कर दिया गया है लेकिन महिला ने अपनी शिकायत में यह भी लिखा है कि वह मानसिक तनाव से जूझ रही है और इस वाक़ई से उनके सम्मान एवं गरिमा को गहरी चोट पहुंची है।
वही अनुभाग अधिकारी प्रदीप पपनै का कहना है कि महिला की जब से नौकरी लगी है तभी से उसका यही रवैया रहा है जिसके कारण उसका अभी तक तीन चार बार तबादला हुआ है और हर बार यही इल्जाम अपने डिपार्टमेंट के अफसर पर लगाती रहती है। साथ ही उनका कहना है कि मैंने माहौल को शांत करने के लिए महिला को शिष्टतापूर्वक बाहर जाने को कहा था ताकि डिपार्टमेंट का अनुशासन खराब न हो।