नई दिल्ली: केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एम.जे अकबर ने उन पर मी टू अभियान के तहत लगे आरोपों को दरकिनार करते हुए पत्रकार प्रिया रमानी पर मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है। दरअसल, कई महिला पत्रकारों ने विदेश राज्य मंत्री एम.जे अकबर पर यौनशोषण के आरोप लगाए हैं। इसके जवाब में अब अकबर ने ने प्रिया रमानी के खिलाफ दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज कराया है।
उन्होंने अपने वकील करंजावाला एंड कंपनी के माध्यम से ये केस दर्ज करवाया है। मिंट लाउंज की पूर्व संपादक प्रिया रमानी ने सबसे पहले अकबर पर इल्जाम लगाया था। इसके बाद 11 महिला पत्रकार भी अपनी शिकायतों के साथ खुलकर सामने आ गईं। प्रिया रमानी के आरोपों पर अकबर ने कहा था, प्रिया रमानी ने अपना अभियान एक साल पहले एक पत्रिका में लेख के साथ शुरू किया था। हालांकि उन्होंने मेरा नाम नहीं लिया था, क्योंकि वह जानती थीं कि वह झूठी कहानी है।
कहा कि उनसे पूछा गया कि उन्होंने मेरा नाम क्यों नहीं लिया तो उन्होंने एक ट्वीट में जवाब दिया, उनका नाम कभी नहीं लिया। क्योंकि उन्होंने कुछ नहीं किया। अगर मैंने कुछ नहीं किया तो फिर कहां और कौन सी कहानी है? प्रिया रमानी ने एक साल पहले लेख लिखा था और अब उन्होंने मीटू कैंपेन में अकबर का नाम लिया है।
हार्वे विन्सिटन्स ऑफ द वर्ल्ड नाम से लिखे पोस्ट में कहा गया था कि अकबर ने होटल के कमरे में उनका इंटरव्यू लिया और उन्हें शराब ऑफर की। उन्होंने बिस्तर पर उनके पास बैठने को कहा। पोस्ट में कहा गया कि अकबर अश्लील फोन कॉल्स, मैसेज और असहज टिप्पणी करने में माहिर हैं। अकबर ने हिन्दी गाने भी गाए।