देहरादून: मीटू (#metoo) की आंच अब उत्तराखंड तक पहुंच गई है। भाजपा से जुड़ी एक महिला कार्मिक ने संगठन के एक वरिष्ठ पदाधिकारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन पर एक महिला ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। महिला आजीवन सहयोग निधी के संभाग में डाटा एंट्री करने वाली पूर्व महिला कर्मचारी है। बताया जा रहा है कि, उसके पास पूरे सुबूत हैं, लेकिन उसका फोन किसी दूसरी महिला नेता ने झपट लिया। मामले की पुलिस को तहरीर भी दी, मगर मोबाइल की गुमशुदगी दर्ज करके उसे टाल दिया गया। महिला के सामने आने के बाद भाजपा कार्यालय इन दिनों खासी चर्चाओं में आ गया है।
जानकारी के मुताबिक, पीड़ित महिला पिछले करीब 6 माह से भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों के चक्कर काट चुकी है, लेकिन कोई उसकी बात सुनने को राजी नहीं है। महिला द्वारा पार्टी के कई जिम्मेदार पदाधिकारियों से बार-बार शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं मामले को लेकर भाजपा महानगर अध्यक्ष विनय गोयल का कहना है कि, उनको इस बारे में प्रदेश संगठन से कुछ भी बोलने से इंकार किया गया है।